बे मौसम के बारिश ने प्रखंड क्षेत्र के किसानों के धान के फैसले को नष्ट कर दिया। वही धान पक जाने के कारण पानी में टूट कर गिर रहा है। कारण यह है कि मजदूर पानी में धान काटने के लिए नहीं जा रहे हैं। जिस कारण किसानों का धान बर्बाद हो रहा है। इसी कड़ी में बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के करीब सैकड़ों एकड़ से अधिक धान की फसलें पानी में गिरा हुआ है जो बर्बाद हो रहा है। इस संबंध में किसान उदय शर्मा, केदार शर्मा, छठ्ठू शर्मा, नंदलाल शर्मा, मंटू तांती, गौररव ठाकुर, परशुराम शर्मा, गौरव शर्मा, अमित कुमार समेत दर्जनों किसानों ने बताया कि मेरे खेत में पानी रहने के कारण मजदूर धान काटने के लिए नहीं जा रहा है।
आगे उन्होंने बताया कि घुठना भर पानी रहने के कारण मजदूर को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही जलीय जीव रहने के कारण मजदूर खेत नहीं जाते हैं। वही किसान सौ परिवार मिलकर धान काटने में लगे हुए हैं। लेकिन धान की फसलें ने किसानों का कमर तोड़ दिया। वही किसानों का कहना है कि जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति दी जाए।