राजकमल कुमार की रिपोर्ट।
बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में असमय बारिश होने से सैकड़ों किसानों का धान पानी में डूबने से बर्बाद हो गया। वही किसान धान देखकर माथे पीट रहे हैं। किसानों का कहना है कि हम लोगों को धान बुवाई करने में करीब 1 बीघा खेत में 20 से 25 हजार रुपया खर्च हुआ, लेकिन लग रहा है कि खेत में लगे पूंजी भी ऊपर नहीं होगा। वही किसानों का मांग है कि जल्द से जल्द फसल छाती पूर्ति हम लोगों को दिया जाए, नहीं तो आंदोलन करेंगे। बताते चलें कि बीते 20 अक्टूबर 2021 को लगातार दो दिन तक बारिश होते रहा बारिश होने के कारण निचले इलाके में पानी अभी तक फंसा हुआ है। वही बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के नगर पंचायत अंतर्गत बेलदौर के वार्ड नंबर 16,15, 18,20, 21, 23 के ग्रामीणों के घर में अभी तक बारिश का पानी फंसा हुआ है। वही नगर पंचायत हो जाने के कारण जल निकासी नहीं होने पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
जब से बेलदौर मुख्यालय को नगर पंचायत में घोषित किया गया तब से सिर्फ साफ सफाई हो रही है। वही नगर पंचायत में यदि पानी फंस जाता है तो नगर पंचायत में बहाल कर्मी को साफ सफाई करवाने का जिम्मेवारी दिया गया। लेकिन नगर पंचायत में साफ सफाई सिर्फ दिखावे का है। वही बुजुर्गों ने बताया नगर पंचायत में हर समय बिजली होना चाहिए, और जल निकासी के लिए नाले की सफाई होना चाहिए, पीएचडी विभाग के द्वारा जो नगर पंचायत के ग्रामीणों को पानी मिल रहा है, वह पानी पीने का लायक नहीं है। वही नगर पंचायत के हर गली में सड़कों का जीर्णोद्धार होना चाहिए, लेकिन 6 माह बीत जाने के बावजूद नगर पंचायत बेलदौर ढाक के पात बराबर है। वही गोगरी नगर पंचायत के अनुसार बेलदौर नगर पंचायत में नीतीश कुमार नाम के मुंशी को बहाल किया गया। उक्त व्यक्ति के द्वारा शिव बाजार में ही साफ-सफाई करवाया जा रहा है।
जबकि नगर पंचायत के दौरान 23 वार्ड पड़ता है वही 23 वार्ड में साफ सफाई नहीं होता है। सिर्फ बेलदौर मुख्यालय में नगर पंचायत के दौरान साफ सफाई किया जाता है। वही नगर पंचायत के दौरान विद्यालय का स्थिति बद से बदतर हो चुका है। उक्त मामले में स्थानीय पदाधिकारी जब तक अपना ध्यान आकृष्ट नहीं करेंगे तो आए दिन सुदूरवर्ती क्षेत्र के बच्चे के ऊपर विकास नहीं हो सकता है।