पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन रोकने के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए ग्रीन पाठशाला बीएसएस क्लब और “सेल्फी विद ट्री” अभियान के संस्थापक ऑक्सीजन मैन सह पौधा वाले गुरुजी ट्रीमैन के नाम से विख्यात पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता बिहार के समस्तीपुर निवासी “पर्यावरण सांसद” राजेश कुमार सुमन को बिहार डांस एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित प्राईड ऑफ बिहार सम्मान समारोह के दौरान बिहार सरकार के युवा,कला एवं संस्कृति मंत्री आलोक रंजन के द्वारा प्राईड ऑफ बिहार सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया।
बताते चलें कि श्री सुमन पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए अपने जन्मदिन पर केक काटने के बजाय श्मशान घाट में जाकर पौधरोपण करते हैं और अपनी शादी के सालगिरह व बच्चे के जन्मदिन पर भी केक काटने के बजाय पौधरोपण करते हैं। विभिन्न शादी समारोह में बिन बुलाए मेहमान बनकर वरमाला के समय वर-वधू को हरित उपहार के रूप में आम का पौधा भेंट करते हैं और तत्पश्चात उनके हाथों पौधरोपण करवाते हैं। श्री सुमन जन्मदिन, शादी के सालगिरह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, श्राद्ध कर्म जैसे अनुष्ठानों के अवसर पर जहां कहीं भी जाते हैं तो चुमावन और कृत्रिम उपहार के बदले हरित उपहार के रूप में पौधा भेंट करते हैं।
गांव को ग्रीन विलेज के रूप में विकसित करने के लिए श्री सुमन हर घर पौधरोपण अभियान चला रहे हैं। इसके तहत प्रतिदिन सुबह-सुबह चयनित गांव में पहुंचकर हर घर के दरवाजे या आंगन में उनके बेटी के सम्मान में बेटी के नाम से फलदार पौधरोपण करते हैं और ग्राम वासियों से जन्मदिन और शादी के सालगिरह पर केक काटने के बजाय पौधरोपण कर इको फ्रेंडली जन्मदिन और शादी के सालगिरह मनाने के लिए अपील करते हैं। इसके साथ-साथ बेटी के शादी से पहले फलदान कार्यक्रम में भी पांच प्रकार के फल देने के साथ-साथ पांच प्रकार के फलदार पौधा देने के लिए लोगों से अपील करते हैं।
इससे इतर प्रतिदिन सुबह और शाम जरूरतमंद बच्चों के लिए ग्रीन पाठशाला बीएसएस क्लब का आयोजन करते हैं । जिसके माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करवाते हैं और भारत माता को पर्यावरण प्रदूषण रूपी समस्या से आजाद कराने के लिए गुरु दक्षिणा के रूप में पौधरोपण करवाते हैं।
सुमन पिछले तीन वर्षों से ऑक्सीजन बचाने के लिए देशभर में ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन भी चला रहे हैं।इस कैंपेन के माध्यम से सुमन अपने पीठ पर पानी के जार में पौधा और नाक में ऑक्सीजन मास्क लगाकर सांकेतिक डेमोंस्ट्रेशन द्वारा देशवासियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। सुमन इस झांकी के माध्यम से चेताना चाहते हैं कि अगर हम अभी भी नही सुधरे तो आने वाले समय में हमारे पीठ पर कृत्रिम ऑक्सीजन सिलेंडर हुआ करेगा।