बेगूसराय:- दो साल से नल-जल योजना का काम बंद, खरीद कर पानी पी रहे ग्रामीण : नारायणपीपड़ पंचायत के पनसल्ला गांव में दो साल पहले 3000 परिवार के लिए नल जल योजना के तहत निर्माणाधीन स्थल पर स्थानीय ग्रामीण संजय कुमार शर्मा, जनार्दन मालाकार आदि ग्रामीणों का कहना था कि दो वर्ष पहले गांव के 3000 परिवार के लिए एक जल मीनार एवं बोरिंग का काम प्रारंभ किया गया था। बोरिंग गाड़ कर बगल में पानी टंकी के फाउंडेशन के लिए गड्ढा खोदकर दो साल पहले ठेकेदार काम बंद कर दिए।
ग्रामीणों का कहना था कि स्थानीय कामगारों से काम कराया गया उनको आज तक मजदूरी नहीं दी गई। लोहे का कलपुर्जा, 50 से ज्यादा टीन का छप्पर, कई ट्रक बालू गिट्टी परे परे बर्बाद हो गया है। ग्रामीणों का कहना था कि इस संबंध में कई बार अधिकारियों को कहा गया। निरीक्षण में भी आए परंतु, कुछ नहीं हुआ।
खरीदना पड़ रहा है पानी : राजकुमार यादव,बमबम राय आदि लोगों का कहना था कि यहां चापाकल लगाना हर किसी के बस की बात नहीं है। यहां तमाम लोग अनुसूचित जाति एवं अत्यंत पिछड़े वर्ग के निवास करते हैं। नल जल योजना से भी पानी नहीं आ रहा है। पीने के साथ-साथ नहाने धोने खाना बनाने के लिए भी पानी खरीदना पड़ रहा है। जो नहीं खरीद पाते वह रसूखदार लोगों के चापाकल पर बात सुनकर भी पानी लेने को मजबूर हैं। अर्जुन राय, संजय शर्मा का कहना था कि प्रति परिवार 50 रुपए का पानी नहाने धोने के लिए खरीदते हैं। वही 50 से 70 रुपए प्रति परिवार पीने के लिए डब्बावाला पानी प्रतिदिन खरीदने को मजबूर हैं।
रामसोगारथ सहनी,रामउदगार सहनी का कहना था कि 200 रुपए मजदूरी मिलती है। प्रतिदिन काम भी नहीं मिलता है। लेकिन पानी के लिए 100 रुपए प्रतिदिन हम लोगों को खर्च करना पड़ रहा है। पंचायत सरकार इस दिशा में कुछ नहीं कर रही है। ठेकेदार अधिकारियों की मिलीभगत से मौज कर रहे हैं। दो साल में भी योजना की यही स्थिति है।।
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