बलवंत चौधरी (सबकी खबर आठों पहर न्यूज़ रूम)
पढ़ाई, इबादत, भोजन पर आफत : सलीम, इश्तियाक, मुन्ना एकंबा गांव के मदरसे में पढ़ते हैं। उनके स्वजन घुटने भर पानी में छात्रों का हाथ पकड़कर मदरसा पहुंचाने जा रहे थे। कहा पढ़ाई जरूरी है। देखिए जान जोखिम में डालकर छात्रों को ले जा रहे हैं। फिर वापस भी लाना पड़ेगा, बड़ा कष्ट है। वही सुल्ताना बेगम, रोशनी खातून आदि महिलाओं का कहना था कि गबरा भर गया है। अब पानी घर में कमर भर है। अनाज खाने पीने का सामान कपड़ा सब भीग गया है। अनाज तो बर्बाद ही हो गया। अब यह पानी कब निकलेगा पता नहीं। पीने के पानी तक पर आफत आ गया है। दूसरे के छत पर किसी तरह सामान रखें हैं।
एकंबा गांव में पानी ही पानी : लगातार बारिश से छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के एकंबा पंचायत के सघन आबादी वाले वार्ड नंबर बारह में मदरसा , मस्जिद समेत सैकड़ों घरों में जलजमाव हो गया है। सड़क पर दो फीट पानी जमा है। घरों के अंदर तीन फीट तक पानी जमा होने से खाना सोना सब बंद है। ग्रामीण मोहम्मद नियामत हुसैन, मो शमशेर,मो इरफान, मो अख्तर, मो इसराफील, मोहम्मद अख्तर आदि ग्रामीणों ने बताया कि मुहल्ले में एक बड़ा गड्ढा है।जो बारिश में ओवरफ्लो होकर घरों सड़कों पर आ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि नाला निर्माण कर मात्र 500 मीटर दूर काबर चौर में जल निकासी की व्यवस्था हो सकती है। इसके लिए सालों से अधिकारी, सांसद, विधायक सब से आग्रह किए हैं। पंचायत स्तर पर भी कोई उपाय नहीं किया गया। देखिए, शनिवार संध्या से ही खाना पीना सैकड़ों परिवारों का बंद है।
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