पांच साल तक पंचायत में कभी भी दिखाई नहीं देने वाले जनप्रतिनिधि कर रहे हैं घोटाले की बात। हैं जानकारी का अभाव, कफन घोटाले की बात को परोड़ा पंचायत के ग्रामीणों ने किया खारिज कहा अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।
बेगूसराय : छौड़ाही प्रखण्ड अंतर्गत परोड़ा पंचायत में पंचायत के मुखिया पर कफन घोटाला करने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बता दें कि जब सबकी खबर आठों पहर की टीम परोड़ा पंचायत पहुँचा और वायरल वीडियो जिसमे मुखिया पर कफन घोटाला का आरोप लगाया गया था उस वीडियो की पुष्टि करने के लिए पंचायत के कई अलग अलग लोगों से मिले। लोगों से मिलने के दौरान वार्ड नंबर 01 के समिलिया देवी से सबकी खबर आठों पहर की टीम ने बात किया समिलिया देवी ने बताया कि उनके पति सुरेन्द्र राम बीमार थे मुखिया प्रतिनिधि फूल हसन ने उन्हें ईलाज करवाने हेतु 20000 रुपये से मदद किया साथ ही समिलिया देवी ने ये भी कहा कि जब उनके पति सुरेन्द्र राम की मृत्यु हो गया तो मुखिया प्रतिनिधि फूल हसन 3000 रुपये और दो ट्रैक्टर और जलावन दिए दाह संस्कार करने के लिए साथ ही एक कर्म का खर्चा मुखिया जी किये।
बताते चलें कि रंजू देवी ,किशोर राम ,सीताराम यादव ,सहित दर्जनों भर लोगों ने कहा कि पंचायत में किसी भी प्रकार की कोई समस्या अगर होता है तो सबसे पहले मुखिया प्रतिनिधि फूल हसन जी लोगों के पास पहुंच कर समस्या का निदान करते हैं लोगों ने ये भी कहा कि पंचायत में किसी की मृत्यु हो जाता हैं तो मुखिया जी संताना देने के लिए पहुंचते हैं अपने निजी कोष से ₹3000 और दाह संस्कार में जाने के लिए दो ट्रैक्टर जलावन का व्यवस्था करवाते हैं पंचायत के लोगों ने ये भी कहा कि
पंचायत में अगर कोई व्यक्ति बीमार हैं और अत्यंत गरीब है तो मुखिया जी अपने पैसे से इलाज करवाते हैं जो और उन्हें मदद करते हैं।
कफन घोटाला को लेकर जब पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि फूल हसन से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि आरोप बेबुनियाद है ₹3000 डायरेक्ट लाभार्थी के खाते में दिया जाता है उसके लिए मृतक के आधार कार्ड मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र आवेदन कर्ता का आधार कार्ड और बैंक पासबुक जमा किया जाता है उसके बाद सहयोग राशि सीधे बैंक खाते में आता हैं। यहां पर घोटाला करने की कोई बात ही नहीं है तत्काल जो लाभ दिया जा रहा है वह निजी कोष से दिया जा रहा है
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