वंदना कुमारी की रिपोर्ट।
गढ़पुरा: बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कार्यालय में बुधवार को सेविकाओं की उन्मुखी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बताया गया की भारत सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत दस्त से होने वाले शिशु मृत्यु को शून्य स्तर तक लाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा चलाया जाता है। महिला पर्यवेक्षिका लालिमा कुमारी एवं पुष्पा कुमारी ने बताया की इस कार्यक्रम की सफलता के लिये बैठक की गयी जिसमें 15 जुलाई से दस्त नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाना हे जिसमें सभी मॉडल आंगनवाड़ी तथा मॉडल टिकाकरण केन्द्रों पर प्रत्येक दिन तथा अन्य केंद्रों पर टिकाकरण के दिन एएनएम एवं आशा के सहयोग से जिंक ओआरएस का कार्नर लगाएं। सभी आशा कार्यकर्ता की प्रशिक्षण हो चुकी है और सभी आशा को ओआरएस एवं जिंक इस कार्यक्रम हेतू दे दी गयी हे साथ ही सभी सेविकाओं को बताया गया की आशा के साथ सभी सेविका अपने आपने पोषक क्षेत्र के पांच साल तक के बच्चों को घर घर जाकर ओआरएस तथा जिंक का वितरण करेंगी वहीं पिरामल स्वस्थ्य के बिटीओ मेराज हसन ने बताया की वर्तमान में कोविड महामारी के सुरक्षात्मक उपायों का प्रयोग करते हुऐ वर्ष 2021 के सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन दिनांक 15 जुलाई से 29 जुलाई तक किया जाना है साथ ही कार्यक्रम का उद्देश्य डायरिया से होने वाले मृत्यु को रोकना, डायरिया से होने वाले मृत्यु का कारण निर्जलीकरण और इलेक्ट्रोलाइट की कमी होना होता है ओआरएस और जिंक के उयोग से इससे होने वाली मृत्यु को टाला जा सकता है, सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत अंतर विभागीय समन्वय द्वारा दस्त नियंत्रण उपायों और दस्त होने पे जिंक ओआरएस के प्रयोग, दस्त होने पे उचित पोषण और इलाज हेतू क्रियान्वयन किया जाना है। साथ ही दस्त नियंत्रण पखवाड़ा हेतु जगह जगह जीविका दीदी , सेविकाओं ओर आशा के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम चला कर आम लोगो को जागरूक करना है।
वहीं बीसीएम रतन कुमार ने बताया की इस कार्यक्रम में लाभार्थी क्षेत्र के सभी पांच साल तक बच्चे है और उन पांच साल तक के सभी बच्चो का विशेष देखभाल करना है जो इस दौरान दस्त से ग्रसित बच्चों को ओआरएस एवं जिंक देना हे यदि किसी बच्चों मे कोई गंभीर समस्या होती हे तो उसे प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र रेफर करें। बैठक में रिमझिम कुमारी, राहुल कुमार एवं सभी सेविका मौजूद थी।