बेवजह पालीगंज थाना और अरवल थाना एक रिटायर शिक्षक के घर में घुसकर किया तोड़फोड़ एवं बदसलूकी,विधायक समेत सैकड़ों ग्रामीण पुलिस प्रशासन के विरोध में किया प्रतिरोध मार्च।
अरवल जिले के सदर थाने की पुलिस और पटना जिले के पालीगंज थाने की पुलिस ने हत्या के 2 साल पुराने मामले में सदर थाना क्षेत्र के मोकरी गांव में अभियुक्त संतोष कुमार पिता शिव प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी। लेकिन पुलिस मोकरी गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक शिवकुमार सिंह के पुत्र संतोष कुमार देव के घर पहुंच कर घर के सारे दरवाजा तोड़ दिया और विरोध करने पर गाली-गलौज बदसलूकी की और घर में तोड़फोड़ की और संतोष कुमार देव की नई नवेली दुल्हन और उनके बुजुर्ग माता-पिता और भाई भाभी और बच्चों के साथ गंदा व्यवहार और मारपीट किया और बार बार कहा गया कि संतोष कुमार देव पिता शिव कुमार सिंह मैं हूं आप जी संतोष कुमार की बात कर रहे हैं वो कोई और होगा मैं बिल्कुल निर्दोष हूं लेकिन पुलिस ने एक भी नहीं मानी और संतोष कुमार देव को गिरफ्तार कर सदर थाने ले आई। देर रात तक लोग गिरफ्तार संतोष कुमार देव के परिजन थाने पहुंचकर निर्दोष बताते रहे आखिरकार अंत में पुलिस ने पैक्स अध्यक्ष संजय कुमार से बात की इसके बाद संतोष को छोड़ दिया गया।
निर्दोष व्यक्ति की गिरफ्तारी और परिजनों से बदसलूकी को लेकर महागठबंधन और मोकरी गांव के सैकड़ों लोगों ने के पुलिस प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतर कर जमकर नारेबाजी की और विरोध मार्च निकाला इस दरमियान प्रदर्शनकारियों ने एसडीपीओ की गाड़ी घेरकर जमकर नारेबाजी की और पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
आपको बता दें कि दरअसल पूरा मामला पटना जिला के पालीगंज थाना क्षेत्र का है जहां 2 साल पहले अरवल के पैक्स अध्यक्ष संजय कुमार के साले की हत्या हुई थी जिसकी अनुसंधान में आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची थी।
अभियुक्त मेहंदीया थाना क्षेत्र के सोहसा चंदा गांव का रहने वाला हैं। और सदर थाना क्षेत्र के मोकरी गाँव में किराया पर रहता है। पुलिस उसे ही गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी लेकिन गलत घर में घुस गए और निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद लोग उग्र हो गए और विरोध प्रदर्शन कर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्थानीय विधायक महानंद सिंह ने बताया कि पुलिस गलत तरीके से घर में घुसी तोड़फोड़ की महिलाओं से बदतमीजी की और निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। वही पीड़ित ने बताया कि पुलिस घर में घुसकर महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की तोड़फोड़ किया और मारपीट की जिसमें 2 लोग घायल हुए है
पुलिस के इस कार्यशैली पर महागठबंधन और गांव के लोगों ने विरोध किया और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर दो साल पुराने मामले में अब तक अभियुक्त की पहचान तक नहीं हो सकी पुलिस किस तरह की अनुसंधान कर रही है। गुस्साए लोग सदर थाना अध्यक्ष और एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं।
Leave a Reply