आजादी होना 74 साल बीत चुका। लेकिन बेलदौर थाना क्षेत्र मैं एक ऐसा गांव है, जहां आवाजाही करने के लिए ग्रामीणों को जिद्दो जहद करना पड़ता है। मालूम हो कि उक्त गांव बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के मेहिनाथ नगर पंचायत के भोला दास बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक लगातार दो सप्ताह के बारिश ने उक्त गांव को चारों तरफ से आवाजाही करने के लिए बाधित कर रखा है। यदि उक्त गांव में यदि किसी भी महिला को प्रसव कराने के लिए पीरनगरा अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र ले जाना पड़े या बेलदौर पीएचसी ले जाना हो तो उन्हें खटिया के सहारा उक्त गांव से बाहर निकाला जा सकता है। एक उपाय सिर्फ खटिया बचा हुआ है। जब चुनाव का समय आता है तो बड़े-बड़े सफेदपोश उक्त गांव पहुंचकर वादों पर वादा कर ग्रामीण को ठगने का काम किया। लेकिन 74 साल से डाइनेज बने हुए कोई भी बाबू जीर्णोद्धार नहीं किया। जिस कारण बाढ़, बारिश में आवाजाही करने के लिए बड़ी मशक्कत करना पड़ता है।
इस संबंध में उक्त गांव के ग्रामीण जय करण शर्मा, लल्लन शर्मा, संजीव शर्मा, गौरव कुमार, नेहरू शर्मा, जवाहर शर्मा, मनोहर शर्मा समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि पीरनगरा से जाने वाला पथ, जो भोला दास वासा गांव तक जाता है। उक्त रास्ते में 87 के बाढ में जो टूटा उन्हें आज तक कोई भी बाबू जीर्णोद्धार नहीं किए। जिस कारण हम लोगों को बाढ़ एवं बारिश में आवाजाही करने के लिए सोचना पड़ता है।