वंदना कुमारी की रिपोर्ट।
बेगूसराय :- गढ़पुरा। कोरोना संक्रमण काल में भी आइसीडीएस से संबंधित सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और आंगनबाड़ी केंद्रों के अनुश्रवण (मॉनीटरिग) को सहज और प्रभावकारी बनाने के लिए विभागीय स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों की सतत निगरानी और अनुश्रवण के लिए नया मोबाइल एप्लीकेशन पोषण ट्रेकर जारी किया गया है। पोषण ट्रैकर नाम के इस एप के उपयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत मूल्याकंन और निगरानी हो सकेगी। पोषण ट्रैकर एप के उपयोग की जानकारी के लिए आइसीडीएस प्रखंड की सभी सेविकाओं को पंचायत स्तर पर कॉमन सर्विस सेंटर के वीएलई के द्वारा पोषण ट्रैकर एप का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
आईसीडीएस की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी किरण बाला दिवाकर ने बताया कि स्थानीय स्तर पर सेविकाओं द्वारा की जा रही सभी पोषण गतिविधियों की जानकारी पोषण ट्रैकर एप में अपलोड की जाएगी। उक्त जानकारी को प्रखण्ड, जिला एवं राज्य स्तर पर सभी अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से मॉनीटरिग किया जाएगा। राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत प्रखण्ड की सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्मार्ट फोन पूर्व में ही उपलब्ध कराया जा चुका है। एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों द्वारा सेविकाओं को पोषण ट्रैकर एप इनस्टॉल करते हुए उसे उपयोग करने एवं सर्वे करने की जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय पोषण अभियान के ब्लॉक कोर्डिनेटर फरहत जहाँ ने बताया कि पोषण ट्रैकर एप में अब तक 94 प्रतिशत लाभार्थियों को जोड़ा जा चुका है।
*अपलोड होगी सभी गतिविधियां*
इस अवसर पर पिरामल स्वास्थ्य (पिरामल फाउंडेशन) के बिटीओ मेराज हसन ने बताया की इस एप के आने से रियल टाइम मॉनिटरिग की प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी। उक्त एप्प द्वारा सेविकाएं क्षेत्र में उपस्थित नवजात शिशुओं, गर्भवती-धात्री महिलाओं, उनके पोषण व स्वास्थ्य की जानकारी, टीएचआर का वितरण, बच्चों की ग्रोथ मॉनिटरिग आदि तमाम जानकारी एप पर दर्ज करेंगी। इसके माध्यम से कुपोषण से संबंधित मामलों को सूचीबद्ध करना आसान होगा। मौके पर महिला पर्यवेक्षिक पुष्पा कुमारी, सीएससी संचालक ट्रेनर रोहित कुमार, राजीव कुमार के अलावा सेक्टर 1 एव 3 की सेविका मौजूद थी।