राजकमल कुमार की रिपोर्ट।
बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में 26 मई से यास तुफान से 48 घंटे से रुक रुक कर तेज हवा के साथ हो रही तेज बारिश से शनिवार की अहले सुबह से किसानों को निजात मिली है। वहीं तीन दिनों तक तेज हवा के साथ बारिश होने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका था। वही बारिश थमने के बाद आम लोग कि रोजमर्रा की जिंदगी थोड़ी पटरी पर लोट आई है, वहीं खेतों मे दैनिक मजदूरी करने वाले को बारिश से थोड़ा छुटकारा मिल पाया है। वही प्रखंड क्षेत्र के सड़कों पर जगह जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है।वहीं ग्रामीणों क्षेत्रों मे किसानों के मक्के के खेत में पानी जमाव होने से फसलों को काफी क्षति पहुंची है। वही किसान मोहम्मद समीर उद्दीन, लोकमान उद्दीन, पुनिया खातून, भाजपा के पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद तबरेज आलम ,मोहम्मद सोईन, मोहम्मद अरमान, मोहम्मद अंसार आलम सहित दर्जनों किसान ने बताया कि हम लोगों का मक्के का फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया, बारिश के कारण उसमें मकई में अंकुर आ चुका है। जिस कारण हमारे मक्के के फसल का भाव 11 सौं लेकर 12 सौं रुपये तक है जो हम लोगों के मेहनत मजदूरी तक नहीं निकल पाएंगे।जो मकई के फसल को काटकर मकई को तैयारी करने के लिए अपने दरवाजे पर रखे हुए थे। उस मकई ढेर में बारिश का पानी प्रवेश कर चुका है, जो किसानों को काफी नुकसान हुआ है, वही किसानों को खेत से कर घर लाने के इंतजार में थे। लेकिन यास तूफान ने किसानों की कमरतोड़ रख दी है। एक तो पूरा देश वैश्विक कोरोना महामारी से जूझ रहा है। किसानों को मक्के का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। जिस कारण किसान कर्ज से और डूब जाएंगे हम किसान लोग सरकार से मांग करते हैं कि हम लोगों को मुआवजा दिया जाए।
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