सांसो के सौदागर जहां सेकंड और मिनट का पैसा वसूल रहे हैं वही समस्तीपुर की युवाओं के द्वारा मुफ्त में ऑक्सीजन देकर मानवता की मिसाल पेश की जा रही है।

समस्तीपुर / बिहार
जहां एक तरफ समूचे बिहार में जीवनदायनी ऑक्सीजन गैस, दवा एवं वैक्सीन के लिये आमजन के बीच त्राहिमाम मची हुई है, वही समस्तीपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों मे युवाओ की टोली मुफ्त में जरूरतमंद लोगो को ऑक्सीजन सिलेण्डर बाॕटकर मानवता की एक मिसाल कायम कर रही हैं ।
 बताते चलें कि कोरोना ने द्वितीय चरण में जिस तरीके से कहर बरपाना शुरू किया, वैसे ही सांसो के सौदागर भी सक्रिय होने लगे और सेकंड दर सेकंड और मिनट दर मिनट की मनमौजी कीमत वसूल करने पर तूल गए, वही समस्तीपुर शहर से एक अच्छी खबर सामने आ रही है युवाओं की टोली ने फेसबुक के माध्यम से अपना नंबर देकर लोगों से अपील किया कि जिन लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर की अति आवश्यकता है, वे दिए गए नंबर पर फोन करें उन्हें मुफ्त में घर तक सिलेंडर पहुंचाया जाएगा | शुरुआत में एक दो लोगों के द्वारा इसकी पहल की गई लेकिन जैसे जैसे लोगों को पता चला वैसे वैसे जुड़ते गए और एक कारवां बन गया आज युवाओं की टोली में लगभग 8 से 10 लोग हैं जो कि ऑक्सीजन बैंक बनाकर जरूरतमंदों के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर की होम  डिलीवरी तक कर रहे हैं, वहीं युवाओं के द्वारा किए गए इस नेक काम से घरों के अंदर कोरोना से जंग लड़ रहे, 500 से अधिक लोग स्वस्थ हो चुके हैं,  वहीं युवाओं ने बताया कि शुरू में गैस वितरक हमलोगों से गैस रिफिलिंग का पैसा ले रहे थे परंतु जैसे ही उनको पता चला कि इन युवाओं के द्वारा मुफ्त में कोरोना से पीडीत होम आइसोलेट लोगों के बीच आॕक्सीजन गैस होम डिलीवर किया जाता है और वो भी निशुल्क,तो गैस वितरक ने भी पैसा लेना बंद कर दिया और नेक काम में सहयोग करने की बातें भी कहीं |

*युवा टीम-एक*
रोसड़ा के सिकंदर आलम पेशा से समाजसेवी है। इनके पास मात्र एक छोटा वाला सिलेंडर है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा अगर किसी को ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है तो संपर्क करें। फोन आना शुरू हुआ।सिकंदर बताते हैं कि उन्होंने लोगों से पैसे की डिमांड नहीं कि कहा आज जरूरत है भरा सिलेंडर ले जाय। उन्होंने कहा कि दर्जनों ऐसे लोग सिलेंडर ले गए और ठीक होकर लौटाया हैं  सिकंदर आलम ने बताया कि अबतक  70 लोगों को फ्री में ऑक्सीजन पहुँचाया है।

*युवा टीम- दो *
धरमपुर के फैसल ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्ल्त की खबर के बाद अपने छह-सात दोस्तों के साथ बंद पड़े हॉस्पिटल होली फैमली व जीवन अस्पताल से पुराना ऑक्सीजन सिलेंडर लिया। इसकी रिफलिंग करा कर फेसबुक पर अपना नंबर जारी किया। फैसल बताते हैं कि मित्रों के बंद पड़े गैराज जहां बेलडिंग का कार्य होता था वहां से सिलेंडर इकठ्‌ठा कर लिया। अभी छोटा-बड़ा 16 सिलेंडर है।

*टीम तीन*–
 समस्तीपुर के कृष्णा कुमार बताते हैं कि विगत एक डेढ़ महीने से जरूरतमंद लोगों के बीच जो कि ग्रामीण इलाकों से आते हैं जहां तक पहुंच पाना मुश्किल होता है वहां जाकर  हम सब लोग सेवा देता हूं और लोगों की भी जरूरत के सामान का वितरण भी करता हूं
*युवा टीम -चार*
 चूननेआलमपेशा से समाजसेवी, उन्होंने एक गैराज से ऑक्सीजन सिलेंडर से लोहा काटने का काम होता था। उनके यहां सात बड़ा जंबो सिलेंडर था। लेकिन सिलेंडर में रेगुलेटर नहीं था ताे एक मित्र के माध्यम से दिल्ली से 10 रेगुलेटर मंगवाया। लोगों को ऑक्सीजन के लिए दम तोड़ता देख उन्होंने फेसबुक पर अपना नंबर वायरल किया। उन्होंने अब तक 65 घरों में सिलेंडर पहुंचाया।
*—–सीख—-*- – जहां एक ओर कुछेक मौत के सौदागर कारोबारी चंद रुपयों की खातिर अपना जमीन तक बेचकर सिकको की खनक मे मशगूल हैं, वहीं युवाओं की टोली इंसानियत और मानवता की मिसाल कायम कर रही है |

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