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एक बार फिर मानवता हुई सर्मसार, महिला प्रसव पीड़ा से कहराती रही, नहीं पहुँची एम्बुलेंस रास्ते में ही बच्चे की हुई मौत,जाने क्या हैं पुरी मामला।

राजकमल कुमार की रिपोर्ट।

बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के पचोत पंचायत के वार्ड नंबर 11 निवासी प्रवीण कुमार की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई थी। वही आशा मधु देवी के द्वारा सुबह 8 बजे से एंबुलेंस ड्राइवर मिथिलेश कुमार से मांग की। मालूम हो कि पचोत पंचायत के वार्ड नंबर 11 निवासी प्रवीण कुमार के पत्नी रेखा देवी को प्रसव पीड़ा हुई थी, वही आशा कार्यकर्ता मधु देवी ने एंबुलेंस ड्राइवर मिथिलेश कुमार से सुबह 8 बजे से बात कर रही थी कि हमें एंबुलेंस चाहिए। लेकिन करीब 11 बजे ड्राइवर ने बोला की एंबुलेंस में तेल नहीं है, उसके बाद 102 नंबर पर ड्राइवर ने फोन किया तो वही उनके परिजनों को बताया कि 10 मिनट बाद बताएंगे कि एंबुलेंस मिलेगा कि नहीं तो उसने बताया कि कॉल आपका कैंसिल कर दिया गया। वही उनके परिजनों के द्वारा फोन पर पूछा गया आप एंबुलेंस में तेल क्यों नहीं रखते एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि हम स्कीम डलवाते हैं। वहीं उक्त महिला के परिजन एवं आशा कार्यकर्ता को एंबुलेंस नहीं होने के कारण गांव के ही एक ई रिक्शा को भाड़ा पर बेलदौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाने को तैयार किया उक्त व्यक्ति को डर भी सता रहा था कि लॉकडाउन के कारण मेरा ई-रिक्शा तो पुलिस ने पकड़ ना ले किसी तरह परिजनों के द्वारा समझा-बुझाकर ई-रिक्शा प्रसव पीड़ा से कराह महिला को लेकर आ रहा था । कि रास्ते में अचानक ई-रिक्शा खराब हो गया। उक्त महिला ने ई रिक्शा पर ही बच्चे को जन्म दिया।

उनके परिजन प्रवीण कुमार ने बताया कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था, जब बच्चे को बेलदौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया तो जो जहां डॉक्टरों ने जांच पड़ताल किया और बताया कि बच्चे की मौत हो गई। वही इस महामारी को लेकर गांव देहात से कोई भी गाड़ी बेलदौर आने से कतराते हैं, कही मेरा गाड़ी का चालान नहीं कट जाए। वहीं परिजनों ने बताया कि एंबुलेंस ड्राइवर की लापरवाही के कारण मेरे बच्चे की जान गई है।

 

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