सुभाष राम :-
सहरसा :- कोशी का इलाका जहां हमेशा जल जमाव रहता है यहां के किसान सिर्फ धान और मखाना के अलावे दूसरा फसल नही उपजा पाते हैं हालांकि हरी सब्जियां बिहार के कई क्षेत्र में उपजाया जा रहा है उसके वाबजूद हरी सब्जियां का दाम आसमान छू रही हैं। सहरसा के किसानों ने नई टेक्निक से जैविक खेती कर शहर में शुद्ध हरी सब्जियां उतार दिया है जिसको देख क्षेत्र के लोगों में चर्चा की विषय बना हुआ है।
जैविक खेती की चर्चा सुनकर कोसी क्षेत्र में अब किसानों के नई को देखने पदाधिकारी भी पहुँचने लगा है।
नौहट्टा प्रखंड के रामोती गांव के किसान समीम अख्तर ने बताया कि उसी गांव के 20 किसानों के साथ कोलकाता में जाकर प्रशिक्षण लेकर अपने गांव में आकर तालाब में ड्रम के ऊपर बांस का चचरी देकर उसके ऊपर बोरी में जैविक खाद देकर सब्जी की खेती कर रहे है। इस इलाके में कोशी नदी के सीपेज के कारण हमेशा जलजमाव रहता है जिसके कारण सिर्फ धान और मखाना की ही खेती होती है।इस तकनीक से यहां के किसानों को काफी लाभ होगा।मैं यहां के किसानों को कहेंगे कि वे इस तकनीक को अपनाकर काफी लाभ कमा सकते है।
किसानों के इस तकनीक की जानकारी मिलने के बाद सहरसा के जिलाधिकारी स्वयं जाकर किसानों की इस तकनीक को देखा।किसानों की इस तकनीक को जिलाधिकारी ने उन्हें सराहा।मीडिया से मुखातिब होते हुए जिलापदाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि जलजमाव क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र में सब्जी की खेती नही होती हो पाती है,लेकिन पर्यावरण अनुकूल इस तकनीक से किसानों ने जैविक तरीके से खेती कर रहे है।किसानों में बताया कि इससे उन्हें लाभ हो रहा है बहुत ही किसान इस तकनीक से जुड़े है और भी किसान इसमें जुड़े और इसका लाभ उठावे।