औरंगाबाद में एक बार फिर मानवता शर्मशार होते दिखी जहां बूढ़े बाप ने अपने नौजवान बेटे को पीठ पर लादकर सदर अस्पताल टीवी का इलाज कराने के लिए लाया था मगर अस्पताल द्वारा रेफर कर दिया गया प्राइवेट अस्पताल में।
पिता-पुत्र फोटो
पीड़ित के पिता बताया कि यह मेरा बेटा है यह टीबी का पेसेंट है जिसे हम दिखवाने लाये थे मगर डॉक्टर ने प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखवाने की सलाह दी है, इसे अब घर ले जा रहा हूं।
इंसानियत को शर्मसार होता देख जब पूछा गया कि क्या आपको एम्बुलेंस नही उपलब्ध हो पाई तो उन्होंने ने बताया की यह कुछ भी नही हैं मिलता है ना ही कोई सुनने को तैयार है।
पदाधिकारी फोटो।
हॉस्पिटल के लोग बोले कि इसे इसी तरह से ले जाइये फिर मैंने अपनी पीठ पर लादा और वापस घर ले जा रहा हूँ। वही इस घटना के सम्बंध में एम्बुलेंस के ड्राइबर से बात की गई तो उसने गाड़ी का टायर शनिवार से फटे होने की बात कही । सदर अस्पताल की जिम्मेवारी जिनके कन्धे पर है यानी कि सिविल सर्जन से जब बात की गई तो उन्होंने अलग ही राग अलापा ।
लेकिन मेरे सवालों से कतराते नजर आये। बहरहाल सरकार स्वास्थ्य को लेकर लाख दावे करे मगर हकीकत कुछ और ही बया कर रही है यानी कि ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है औरंगाबाद जिले के एकलौते मॉडल अस्पताल का ये हाल है।
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