बैठक में उपस्थित दफादारों, चौकीदारों ने कहा कि शराबबंदी के कारण शराब माफियाओं के टारगेट पर दफादार चौकीदार आ गये हैं। सरकार शराबबंदी में निहत्थे दफादारों और चौकीदारों की भुमिका बढ़ा जान खतरे में डाल दिया है। शराब माफियाओं का शिकार दफादारों और चौकीदारों को होना पड़ रहा है। आर्म पुलिस राईफल के घेरे में रहती है,तो निहत्थे दफादार और चौकीदार लाठी के सहारे। शराब माफिया के गोली का लाठी मुकाबला नहीं कर सकता है। फलतः उन्हें शहीद होना पड़ रहा है। दफादारों चौकीदारों का कहना था कि अब जब नियमावली 2019 लागू करने की बात सरकार कर रही है तो थानाध्यक्ष का भी धमकी देना बढ़ गया है।
थानाध्यक्ष 24 घंटे में दफादारों चौकीदारों को निलंबित करवाने की धमकियां देने लगे हैं। दफादार चौकीदार ने कहा कि नियम अनुसार बैंक,डाक,कैदी स्कॉट डयूटी नहीं लेकर बीट में डयुटी लगाना है।परंतु बीट ड्यूटी को ही बंद कर उक्त कार्य दफादारों चौकीदारों से लिया जा रहा है। दफादारों और चौकीदारों ने बैठक में कहा कि विगत 30 वर्ष से एसीपी का लाभ नहीं मिलना,सभी कर्मचारियों को प्रोन्नोति का लाभ मिलना,लेकिन दफादारों चौकीदारों को आजतक प्रोन्नति का लाभ नहीं मिलना,दफादारों चौकीदारों का आधा काम जिलाधिकारी और आधा काम पुलिस अधीक्षक के यहांं से होने,समय से वर्दी
नहीं मिलने,वर्ष 1990 से 05 मार्च 2014 के पूर्व शेष बचे सेवानिवृत्त दफादारों चौकीदारों के आश्रितों का बहाली नहीं होने सहित विभिन्न मांंगों को लेकर आगामी 23 एवं 24 मार्च 2021 को राज्य संघ के आह्वान पर विधानसभा घेराव में शामिल होने का निर्णय लिया गया। इस संबंध में संघ की ओर से वरीय पदाधिकारियों को भी पत्र भेजकर दफादारों चौकीदारों ने अपने आन्दोलन के बारे में अवगत करा दिया है।
बैठक की अध्यक्षता दफादार चौकीदार संघ के अध्यक्ष संजीत कुमार ने की। मौके पर कोषाध्यक्ष सिंटु कुमार,सचिव दफादार ललित नारायण सिंंह,चौकीदार मनोज पासवान,पृथ्वी चन्द्र दास,रामचंद्र पासवान,देवनारायण पासवान,चन्द्रभूषण पासवान,मो.ह्ययूम,मो.जफर मो.नदाफ,मो.मोजीबुर्र रहमान,बिन्देश्वरी पासवान,अमीर पासवान आदि दफादार और चौकीदार मौजूद थे।
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