राजकमल कुमार / रिपोर्टर ।
बेलदौर प्रखंड के किसान जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बेलदौर आईटी भवन के समक्ष हजारों की तादाद में किसान आईटी भवन का घेराव किया। वही इस घेराव की अध्यक्षता शैलेंद्र वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। वहीं इस मौके पर तारणी प्रसाद सिंह, विनय कुमार सिंह ,परमानंद सिंह, आमिर कुमार, हरिवंश शर्मा, सहित हजारों किसान मौजूद थे।
वही गुरुवार को दिन के 12 बजे दिन में बेलदौर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आए हजारों किसानों ने अंचल कार्यालय का घेराव करते हुए, बिहार सरकार मुर्दाबाद अंचलाधिकारी मुर्दाबाद का नारा किसानों के द्वारा दिया जा रहा था। मालूम हो कि किसानों के छः मांग थी। वही अंचल कार्यालय डेटाबेस में किए गए गड़बड़ी को सुधारा जाए एवं गैरमजरूआ खास खेसरा व बकाश खेसरा पर लगे पाबंदी और रजिस्ट्रीकरण पर लगे रोक हटाया जाए। वही किसानों ने कहा कि बिहार सरकार के द्वारा जो सर्वे करा रहे हैं, उसमें गैर मजरूआ खास एवं बकास जमीन को सर्वे में लिया जाए, मक्का की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की गारंटी दी जाए, बिजली सेवा कर से वाणिज्य कर में परिवर्तन करने पर रोक लगाई जाए, गैर मजरूआ खास और वकास खेसरा जमीन की सुनवाई अंचल स्तर पर अधिकृत पदाधिकारी द्वारा कराई जाए। वही गरीब किसान अपनी मेहनत पसीने से जमीन खरीद कर जीवन यापन कर रहे हैं उसे भी राज सरकार छीन कर बड़े पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है। जल जीवन हरियाली के नाम पर डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों की जमाबंदी रद कर जमीन से बेदखल कर दिया, उक्त घटना तेलिहार पंचायत के वार्ड नंबर 6 की है। ऐसे में केंद्र सरकार का निर्माण भारत एवं आत्मनिर्भर बिहार का नारा कैसे लागू हो सकता है जब तक किसानों के हक अधिकार नहीं दिया जाएंगे तब तक आत्मनिर्भर भारत नहीं बन सकेगा। वही अंचलाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि 2 दिन पहले जिला पदाधिकारी वर्तमान अपर समाहर्ता के अध्यक्षता में संयुक्त समिति का गठन हुआ, जिसमें खास गैरमजरूआ वकास जमीनों के मामले सरकार को अवगत कराया जाए। यहां के लोगों की मांग है लगान रसीद निर्गत हो रही है 2016, 17 से लगन रसीद बंद है किस कारण बंद है या मामला से अवगत कर इसे चालू कर दिया जाए। वही इस प्रतिवेदन भी मांगी गई तहसील डीवाई जिसका 30 से 40 वर्षों से लगाव कट रहा है। विचार करने हेतु रिपोर्ट करने की मांग की है आदेश मिलने पर चालू किया जाएगा जो हमारे बस की बात नहीं है यदि आदेश आते हैं तो चालू कर दिया जाएगा। वही मक्का समर्थन मूल्य पर खरीद बिक्री कृषि पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी पैक्स के माध्यम से खरीदने का मामला उठाएंगे बिजली गौ सेवा कर से हटाकर वाणिज्य कर में दिया जाए। वही किसान शैलेंद्र वर्मा ने अल्टीमेटम देते हुए कहा 15 दिनों के अंदर कावाला रैयती घोषित करें और डेटाबेस में गड़बड़ी सुधार नहीं हुआ तो इससे बड़ा भी आंदोलन हो सकता है इसका जिम्मेदार मैं नहीं रहूंगा।
वही अंचल अधिकारी ने बताया कि अंचल कार्यालय में ज्यादा आवेदन होने के कारण कर्मचारी पजामा मंदिर लगाओ छूट गया है 4 से 5000 आवेदन के लग्न में सुधार किया गया है और सुधार का काम जारी है। वही किसानों ने कहा जल्द से जल्द सुधार करें नहीं तो चरणबद्ध तरीकों से आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में किसान नेता शैलेंद्र वर्मा ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा 2017 ईस्वी में गैरमजरूआ खास एवं बकास समेत अन्य जमीन जो बिहार सरकार के द्वारा रसीद काटना बंद हो गया था, उसे समाप्त कर गैरमजरूआ खास एवं बकास जमीन की रसीद काटा जाए। तब फरकिया के किसान सरकार का सर्वे नहीं होने देंगे। सैकड़ों किसानों ने बेलदौर अंचल कार्यालय के समीप आए हुए सैकड़ों किसान मौजूद थे।यदि किसानों की बात सरकार नहीं सुनती है तो उग्र आंदोलन करेंगे और हक और अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।
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