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इयर टैगिंग को लेकर पशुपालक के बीच संशय के बादल ।

अत्यंत कुमार रिपोर्टर :-

समस्तीपुर जिले में विभागीय लेटलतीफी के बाद पशुओं के इयर टैगिंग  का काम भले शुरू हो गया है , लेकिन पशुपालकों के बीच संशय के बादल। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होने वाला विभिन्न मौसमी बीमारी में टीकाकरण को लेकर पशुओं का डाटा तैयार किया जाएगा।

इयर टैगिंग पशुओं और पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगा लेकिन जिले के रोसड़ा प्रखंड क्षेत्र में पशुपालकों से इयर टैगिंग को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा पशुओं के इयर टैगिंग होने से उसे खरीद-फरोख्त में परेशानी होगी वहीं पशुओं पर सरकार का अधिकार होगा जिस कारण पशुपालक बड़ी संख्या में अपने पशुओं का ईयर टैगिंग नहीं करवा रहे।

पशु पालकों का मानना है कि इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई सही जानकारी के अभाव पशुपालक के बीच संशय के बादल। बताते चलें कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होने वाले इयर टैगिंग के माध्यम से पशु से जुड़ी सारी जानकारी एकत्रित की जाएगी जिसके आधार पर विभिन्न योजनाओं का लाभ पशुपालक किसानों को मिल सकेगा।

संबंधित अधिकारी ने भी माना कि जागरूकता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालक अपने पशुओं का इयर टैगिंग नहीं करवा रहे । रोसडा़ प्रखंड क्षेत्र में महज 25 हजार पशुओं का ही ईयर टैगिंग किया गया है। लक्ष्य के अनुसार करीब 32 हजार पशुओं का ईयर टैगिंग करना है।

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