बीसीएम को हटाने की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन दिए ।

राजकमल कुमार / रिपोर्टर ।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलदौर में आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा बीसीएम को हटाने की मांग को लेकर चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। मालूम हो कि बेलदौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रखंड क्षेत्र से करीब दौ सौ से अधिक आशा कार्यकर्ता मरीज को पीएचसी लाने का कार्य करते हैं। उन्हें सरकार के द्वारा हर एक डिलीवरी पेशेंट पर छः सौ रुपए सरकार के द्वारा दिया जाता है।

इसी कड़ी में हस्ताक्षर युक्त आवेदन में करीब 40 आशा कार्यकर्ताओं ने अपना दुख दर्द समस्याओं को लेकर पीएचसी प्रभारी का घेराव कर आपबीती बताएं। आवेदन में वर्णित है कि पीएचसी में कार्यरत बीसीएम मनजीत प्रसाद बीसीजी में हर एक आशा से पचास रुपए, गृह भ्रमण कार्य में एक सौ से लेकर दौ सौ रुपए का मांग करते हैं जो आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा उनके मांगों का पूरा नहीं करते हैं तो उन्हें हटाने की बात क्या करते हैं।

वही आशा रीना देवी पीरनगरा केंद्र संख्या 17 का पीछे कार्य वाला करीब 18 हजार उसे नहीं मिला, क्योंकि उक्त आशा के द्वारा बीसीएम को तीन हजार नजराना नहीं दिए। इसलिए उक्त आशा को दौड़ा-दौड़ा कर मार दिया है ।

मालूम हो कि बीसीएम मनजीत प्रसाद वह आशा को समय पर हर कार्य का उनके खातों में पैसा भेज तो देते हैं, जो बीसीएम आशा से डरते हैं, बाकी बचे आशा कार्यकर्ताओं को सिर्फ टहलाने का कार्य करते हैं, वही आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि ऐसे बीसीएम जो हर कार्य में नजराना ले उस तरह का बीसीएम आशा कार्यकर्ताओं को नहीं चाहिए। यहां तक कि आशा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बीसीएम सात वजह से लेकर 9 बजे तक आशा कार्यकर्ताओं को बुलाकर नजराना लेकर उनका कार्य कर देते हैं।

उक्त बात को सुनते सुनते चिकित्सा पदाधिकारी सुभाष रंजन झा बीसीएम मनजीत प्रसाद पर भड़क उठे। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि मुझे 1 सप्ताह का मौका दिया जाए, यदि अपने आप में सुधार बीसीएम नहीं लाते हैं तो बीसीएम ही रहेगा या पीएचसी प्रभारी में रहेंगे, उक्त बात को सुनते ही आशा कार्यकर्ताओं में खुशी की माहौल उम्र पड़ी।

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