सुभाष राम / सहरसा / रिपोर्टर ।
सहरसा डीआईजी प्रवीण कुमार प्रणब ने बताया कि सहरसा से काफी लगाव रहा है। हमारे पिताजी यहां जॉब करते थे। हालांकि मैं लगातार बाहर रहा। इंटर की पढ़ाई एमएलटी कॉलेज सहरसा से करने के बाद बाहर ही पढ़ाई भी किया और नौकरी भी किया। अब डीआईजी के रूप में योगदान दे रहा हूं।
यहां हम सभी पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक करके पहले जानना चाहेंगे कि जिले की समस्या क्या है और क्राइम की स्थिति जो भी है।
वह ऐसी क्यों है। फिर इंटेलिजेंस और एजिक्युसन – यह दोनों पार्ट कोऑर्डिनेशन में लाकर काम कराया जाएगा। साथ ही पुलिस भिजिबल पुलिस हो। इस मूलमंत्र पर क्राइम को कंट्रोल किया जाएगा। उक्त बातें कोसी रेंज के नव पदस्थापित डीआईजी प्रवीण कुमार प्रणव ने कही। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ऐसा नहीं है कि कोई अजूबा चीज है। पुलिसिंग में एक विंग है इंटेलिजेंस और दूसरा है एजिक्युसन दोनों एफिकेटनली काम करें और कोआर्डिनेशन से काम करें। यह पुलिसिंग है।
दूसरी बात जो देखा जा रहा है या महसूस किया जा रहा है। वह है कि पुलिस के अंदर मोटिभेशन नहीं है काम करने का। प्रोपरली काम करने के मोटिभेशन के अभाव के कारण पुलिस पर सवाल उठते रहे हैं। जब से सरकार बनी है।
तब से इस पर ही काम किया जा रहा है। दोनों में कोर्डिनेशन लाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस प्रोपरली काम करे प्रोपरली गस्ती हो तो क्राइम का ग्राफ गिरना तय है। शुक्रवार को कोसी रेंज के डीआईजी के पद पर नव पदस्थापित प्रवीण कुमार प्रणब ने योगदान दिया। जिसके बाद उन्होंने उक्त बातें कही।