राजकमल कुमार / खगड़िया :-
दीपावली काली पूजा के बाद अब छठ पूजा की तैयारी में जूटे हुए हैं। मालूम हो कि कोरोना काल में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर प्रशासन भी चुस्त-दुरुस्त नजर आ रहे हैं। कोरोना महामारी के बीच छठ पूजा को लेकर बीते मंगलवार से ही बाजार में सामान की खरीदारी करने में छठ व्रती जुट गए हैं।
कोरोना महामारी के बीच बुधवार से छठ पूजा की शुरुआत होने जा रही है। बुधवार की रात नहाए खाए, 19 नवंबर को खरना, 20 नवंबर को संध्या अर्ध और 21 नवंबर को दूसरा प्रातः अर्ध के साथ पूजा का समापन होना है।
इसके साथ ही पूजा अर्चना की सामग्री खरीदारी करते वक्त बेलदौर थाना के दलबल छठ व्रती से खास अपील करते नजर आए, कृपया दूरी बनाकर सामान की खरीदारी करें। प्रत्येक व्यक्ति मास्क का प्रयोग करें और सामान खरीदने वक्त दो गज की दूरी बनाए रखें।
बताते चलें कि आज सुबह से ही बाजार में भीड़ देखने को मिली है तो वही यू कहे तो सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां भी उड़ रही है। लेकिन क्या करें लोक आस्था का महापर्व भी तो मनाना है। इस पर्व में खासकर महिलाओं का अहम भूमिका रहती है।
विश्वास के साथ छठ पर्व मनाया जाता है। इस पर्व में दूरदराज काम करने वाले व्यक्ति भी इस महापर्व में सम्मिलित होने के लिए देश प्रदेश से घर आ जाते हैं। वही इस पर्व को लेकर युवा अपने अपने नजदीकी पोखर में घाट बनाने में जुटे हुए हैं। बेलदौर बाजार में छठ व्रती महंगाई की मार झेल रहे हैं।
महंगाई इतना चरम सीमा पर है कि छठ वर्ती ब्याज पर पैसे उठाकर सामान की खरीदारी कर रहे हैं। बेलदौर बाजार में लौकी 30 रूपए से लेकर 50 रूपए तक में दिया जा रहा है।
वही नारियल 60 से 70 रूपए, टॉभ 50 से 70 रूपए, इख10 से लेकर 30 रूपए सूप 90 रूपए जोड़ा, सेब एक सौ में करीब डेढ़ किलो, नारंगी एक सौ में करीब डेढ़ किलो दिया जा रहा है। छठ वर्ती ने बताई की एक सुप में करीब दो हजार खर्च होता है। आखिर क्या करें पर्व तो मनाना है।
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