समस्तीपुर के विद्यापतिनगर से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है. यहां अपने दो पुत्रों के साथ एक महिला फांसी के फंदे पर झूल गई जिसमें महिला सहित एक पुत्र की मौत हो गई जबकि एक बेटे के पैर के नीचे से कुर्सी नहीं फिसलने से उसकी जान बच गई. घटना की वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है. घटना साहिट पंचायत के वार्ड नंबर एक की है.घटना में बचे बेटे के चिल्लाने की आवाज पर आसपास के लोगों को जानकारी मिली।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेज दिया है. घटना को लेकर इलाके में सनसनी फैल गई है. जानकारी के मुताबिक नरेश प्रसाद चौरसिया अपनी पत्नी रेणु देवी और अपने दोनों पुत्र सत्यम कुमार और मधुर कुमार के साथ सोये हुए थे. इसी बीच उनकी पत्नी रेणु देवी उठी और आंगन में लगे आम के पेड़ में साड़ी के सहारे पहले अपने दोनों पुत्र सत्यम कुमार और मधुर कुमार को फंदे पर लटकाया. इसके बाद खुद भी उसी आम के पेड़ में साड़ी के फांसी के फंदे पर लटक गई।
संयोगवश बड़े पुत्र सत्यम कुमार के पैर के नीचे रखी कुर्सी नहीं हट सकी. जिससे उसकी जान बच गयी. वहीं रेणु देवी और उनके पुत्र मधुर कुमार की मौत मौके पर ही हो गई. बच गए पुत्र सत्यम कुमार के चिल्लाने पर उसके पिता नरेश प्रसाद चौरसिया और पड़ोसियों की मदद से सत्यम के गले से फंदा खोला गया. आसपास के ग्रामीणों के अनुसार नरेश प्रसाद चौरसिया कुछ दिनों से मानसिक तौर पर बीमार चल रहा था. इससे उसके परिवार की माली हालत काफी खराब हो चुकी थी. पूरा परिवार परेशानी में चल रहा था. थाना प्रभारी शिवजी पासवान ने बताया कि मृतका के घर की आर्थिक हालत काफी कमजोर होने के चलते वह दुखी थी. इसी वजह से उसने आत्महत्या की है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.