सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने उनके जीवन पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा की गांधीजी कर्मों पर विश्वास करते थे, उन्होंने सर्वप्रथम समाज के लिए अपनी लड़ाई दक्षिण अफ्रीका से काले गोरे रंगभेद की लड़ाई से शुरू किया और फिर भारत आकर बिहार के चंपारण से अपनी लड़ाई शुरू की एवं अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
वे जाति पाती और धर्म के नाम पर राजनीति का विरोध एवं धर्मनिरपेक्षता के प्रबल समर्थक थे |आज की वर्तमान राजनीति में हम उनसे सीख लेने की जरूरत है उनके विचारों पर ही अपने देश और समाज को बचा सकते हैं|
कार्यक्रम को भाकपा जिला सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना, रामप्रकाश महतो, राम बालक महतो, रामबाबू यादव, भाकपा अंचल मंत्री अनिल कुमार महतो, रूमल यादव, शहीद अंसारी, मोहम्मद नवाब, मोहम्मद जीशान, रामचंद्र यादव, सहदेव महतो आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम में दिनेश साहू, मोहम्मद जीशान, दीपक कुमार ,धर्मेन्द्र महतो आदि शामिल थे।