प्रखंड क्षेत्र के बोबील पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि सह पूर्व सरपंच बिंदेश्वरी साह ने अनुमंडल पदाधिकारी गोगरी, प्रखंड विकास पदाधिकारी बेलदौर, अंचला अधिकारी महोदय बेलदौर, थाना अध्यक्ष महोदय बेलदौर एवं पीएचसी प्रभारी बेलदौर को लिखित आवेदन देकर अवगत करवाया था कि आगामी 23 सितंबर 2020 को प्रखंड मुख्यालय के समीप आमरण अनशन देगें ।
वहीं बुधवार को सुबह के नौ बजे सरपंच प्रतिनिधि सह पूर्व सरपंच बिंदेश्वरी साह ने आईटी भवन बेलदौर में आमरण अनशन पर बैठ गये। उन्होंने बताया कि बोबील पंचायत में किए गए सात निश्चय योजनाओं में अनियमितता को उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की थी उन्होंने विगत 3 सप्ताह पहले जिला पदाधिकारी खगड़िया से लेकर बिहार सरकार तक पीसीसी सड़क निर्माण कार्य में हो रहे अनियमितता को लेकर जांच करने की मांग की।
लेकिन वरीय पदाधिकारी उनके दिए गए आवेदन को कचरे के ढेर में फेंक कर जांच बरीया पदाधिकारी से नहीं करवाए। जिसको लेकर सरपंच प्रतिनिधि आक्रोश में आकर प्रखंड मुख्यालय के आई टी भवन में अनशन पर बैठ गए। वही उनके सहयोगी भी इनका साथ है दिए। मौके पर वीआईपी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष प्रभु चौधरी, रामचंद्र शर्मा, विनय सिंह ,राम सिंह राम, ललन साह, रामेश्वर साह मौजूद थे।
इसलिए आमरण अनशन को तोड़वाया गया। वहीं इस अनशन को करीब 7 घंटे के बाद अंचलाधिकारी अमित कुमार जूस पीला कर अनशन को तोड़वाया। मौके पर थाना अध्यक्ष शिव कुमार यादव, जदयू नेता ऋषभ कुमार उपस्थित थे। वही अंचलाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि उनकी मांगों को सही रूप से जांच करवाएंगे।