राजकमल कुमार संवाददाता खगड़िया।
प्रेम अंधा होता है, प्रेम इंसान को अंधा बना देता है। आपने कई बार इस लाइन को पढ़ा और सुना होगा, लेकिन मैं इसे बिल्कुल सच नहीं मानता हूं, क्योंकि जहां तक मेरी सोच है, प्रेम अंधा नहीं होता, क्योंकि प्रेम तो एक दिव्य ज्योति है जो इंसान को अंधकार से प्रकाश की ओर ले कर जाती है। प्रेम की आंखों मैं इतनी रोशनी है वह एक अंधे को भी रास्ता दिखा सकती है। प्रेम एक भटके हुए इंसान को रास्ता दिखाती है। लेकिन आज के समाज में प्रेम अंधा हो चुका है। इसी कड़ी में बेलदौर थाना क्षेत्र के पनसलवा गांव के वार्ड नंबर 9 के मनचले चाचा ने अपनी भतीजी के संग फरार होकर शादी कर ली।
मालूम हो की डुमरी पंचायत के पनसलवा गांव निवासी दामोदर दास के 25 वर्षीय पुत्र लालमणि कुमार अपनी भतीजी को बहला -फुसलाकर सहरसा जिला एवं खगड़िया जिला के सीमावर्ती क्षेत्र किसी मंदिर में जाकर शादी रचा ली। वही लालमणि कुमार चार बच्चों के पिता हैं। बताया जाता है लालमणि कुमार ने बताया कि बीते 2 सितंबर को लड़की के घर से लेकर भाग गए थे जो उक्त लड़के के साथ मैंने शादी कर ली। पुलिस के द्वारा प्रेमी एवं प्रेमिका को पकड़कर बेलदौर थाना लाए। जहां ने पूछताछ के बाद धारा 164 के दौरान खगड़िया भेज दिया गया।
वही विवेकानंद राम के 22 वर्षीय पुत्र सुभद्रा कुमारी ने बताया कि अपने चाचा के साथ करीब 3 वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था, प्यार के रिश्ते में चाचा एवं भतीजी नहीं देखा जाता है। आगे उन्होंने ने बताया कि प्यार अंधा होता है। यहां तक कि इसमें रिश्ते का भी फक्र नहीं समझा जाता है।
वहीं उक्त लड़की का पहली शादी माता-पिता ने हिंदू रीति रिवाज के साथ सहरसा जिला के सिमरी बख्तियारपुर में हुआ था। उक्त लड़की ने बताया कि जो पहला शादी मेरे माता-पिता के द्वारा किया गया था उक्त लड़का शराबी निकला जो मैंने उस लड़के को छोड़ दिया, फिर मेरे माता पिता ने भागलपुर जिला के सुल्तानगंज प्रखंड में सादी कर दिया तो, उक्त लड़का चोर निकला, मैंने उस लड़के को भी छोड़ दिया।
उसके बाद अपने माता पिता के साथ रहने लगी। इसी दौरान मेरे चाचा के साथ आंखें चार हो गई। वही लालमनी कुमार 4 बच्चे के पिता भी है और एक पत्नी भी है। पहली पत्नी में तीन लड़का और एक लड़की है।