नई सेवा शर्त को लेकर शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षक संगठनों के बीच हुई वार्ता।

. के. शर्मा / रिपोर्टर।
*नियोजित शिक्षकों ने अधिसूचित नई सेवा शर्त पर जताई आपत्ति।
*अधिसूचित नई सेवा शर्त पर डीईओ द्वारा बुलाई बैठक में शिक्षक संगठनों ने नई सेवा शर्त को नकारा।
  समस्तीपुर : नियोजित शिक्षकों के लगातार संघर्ष के बाद पिछले दिनों नई सेवा शर्त बिहार सरकार द्वारा अधिसूचित कर दिया गया है ।इसी आलोक में शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तर पर आज जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षक संगठन के बीच वार्ता के लिए पत्र निर्गत किया गया था ।

पत्र के आलोक में शिक्षक संगठन एवं जिला पदाधिकारी के बीच नई सेवा शर्त पर वार्ता हुई ।जिसमें जिले के विभिन्न शिक्षक संगठनों के जिलाध्यक्ष एवं जिला महासचिव ने भाग लिया।

अधिसूचित नई सेवा शर्त को एक सिरे से सभी शिक्षक संगठनों ने नकारते हुए कहा है कि इस सेवा शर्त में कई खामियां हैं, ना ही शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा ,ना राज्यकर्मी का दर्जा ,ना पूर्ण वेतनमान ,ना स्थानांतरण की सुविधा, ना ग्रेजुएटी का लाभ ।

अर्जिता अवकाश में भी कटौती 300 दिनों के जगह 120 दिनों का लाभ ,महिला शिक्षिकाओं को शिशु देखभाल का भी लाभ नहीं मिला है ।शिक्षकों के लिए पहले से सेवा शर्त लागू था तो नई सेवा शर्त लाना नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा है, छलावा है ।

वार्ता में जिला प्राथमिक शिक्षक संगठन के अध्यक्ष अनंत राय व महासचिव अनिल राय बिहार नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ  के जिला अध्यक्ष रामचंद्र राय महासचिव कुमार गौरव टीईटी एसटीईटी उत्तीर्णनियोजित शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार साहू व महासचिव जयप्रकाश भगत बिहार नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुमार रजनीश एवं सचिव राम नाथ कुमार ,घनश्याम पंडित, चन्द्रशेखर प्रशाद, पवन कुमार शर्मा, बिरदेलाल यादव, सहित जिले के सभी शिक्षक संगठनों के अध्यक्ष एवं महासचिव ने भाग लिया|

टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने सेवा शर्त में सुधार हेतु मुख्यमंत्री के नाम  लिखित मांग पत्र भी सौंपा,अगर पांच सितम्बर तक बदलाव नहीं किया तो संघ शिक्षक दिवस के दिन काला पट्टी बांधकर काला दिवस के रूप में मनाएगी

 

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