सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने किशोर को बचाने का प्रयास किया परन्तु विफल रहा । बताया जाता है कि कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बीरबास गांव में कलश स्थापना किया गया था।
साथ में स्नान कर रहे दो अन्य साथियों ने शोर मचाने पर ग्रामीणों ने बचाने का प्रयास किया परन्तु विफल रहा। वहीं लापता किशोर को ढुंटने के लिए एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ की टीम के गोताखोर हिमांशु कुमार ने घन्टो खोजबीन की परंतु कुछ पता नहीं चल पाया।
उसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने झांगूर द्वारा काफी खोजबीन के बाद शव को बरामद किया। मौके पर एसडीआरएफ के एसआई अशोक कुमार एवं पसराहा थाना के एस एस आई रामेश्वर यादव मौजूद थे।
रितेश कुमार अपने ननिहाल में माता पिता के साथ कुछ वर्षों से रह रहा था। बताया जाता है कि रितेश कुमार बीरबास निवासी नाना केदार दास के घर रह रहे थे। रितेश कुमार का पैतृक घर भागलपुर जिले के लत्तीपुर गांव है।
उसके माता पिता पिछले चार पांच साल से बीरबास में रहकर मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे थे।
बताया जाता है कि दो भाइयों में रितेश कुमार बड़ा भाई था।घटना से माता पिता वदहवास हो गए हैं।
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