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कोरोना जांच कैंप में जांच में पॉजिटिव मां बेटे को पीएचसी छौड़़ाही ने भेजा कोरोना नेगेटिव का मैसेज, जांच पर ग्रामीण उठा रहे सवाल, कैंप में जांच कराए 500 लोग सशंकित, एकंबा पंचायत का मामला।

बलवंत चौधरी
सबकी खबर आठो पहर न्यूज रूम
   (बेगूसराय) : छौड़ाही प्रखंड के एकंबा पंचायत में कोरोना से विगत दिनों एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उसके बाद कराए गए जांच में उनकी पत्नी, भाई सह एकंबा पंचायत के मुखिया, शिक्षिका एवं उनके पुत्र किसान सलाहकार समेत 15 व्यक्ति अब तक एकंबा में कोरोना पॉजिटिव घोषित हो चुके हैं।

इस पंचायत के 500 से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई है। कोरोना जांच के नाम पर अवैध उगाही, बिना जांच के ही रिपोर्ट जारी करने , अवैध रकम की वसूली कर कई दिनों के बाद जांच के रिपोर्ट का मैसेज भेजने को लेकर चर्चित छौड़ाही पीएचसी ने एक और कारनामा कर इस महामारी के दौर में सैकड़ों लोगों की जान जोखिम में डाल दी है।

मामला है छौड़़ाही पीएचसी द्वारा एकंबा के आंगनबाड़ी सेविका एवं उनके पुत्र को पहले पॉजिटिव घोषित कर उनके घर पर पोस्टर चिपका होम आइशोलेट करने, फिर दो दिन बाद पॉजिटिव व्यक्ति के मोबाइल पर कोरोना नेगेटिव का मैसेज भेजने का। अब कैंप में जांच कराएं तमाम लोग सशंकित हो उठे हैं एवं ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।

क्या है मामला : एकंबा गांव की आंगनबाड़ी सेविका ने चार अगस्त को एकंबा गांव में आयोजित कैंप में अपना जांच करवाया। जांच के बाद उन्हें पॉजिटिव घोषित कर होम आइशोलेट कर दिया गया। पीएचसी छौड़ाही द्वारा उनके घर के बाहर पोस्टर चिपका भी चिपका गया।

इसके बाद आंगनबाड़ी सेविका के पुत्र ने भी 6 अगस्त को कैंप में अपना जांच करवाया उन्हें भी पॉजिटिव घोषित कर घर पर आइशोलेट कर दिया गया। 8 अगस्त को छौड़ाही पीएचसी द्वारा मोबाइल पर मैसेज भेजा गया। जिसमें कहा गया है कि आपके कोरोना जांच का रिपोर्ट नेगेटिव आया है। इसके बाद दोनों मां बेटे काफी घबरा गए ।

 

उन्होंने पीएचसी से संपर्क किया गया तो कहा गया कि जिला से संपर्क कीजिए । जिला से कहा गया कि पीएचसी से संपर्क कीजिए। दूसरी तरफ एकंबा के कोरोना जांच कराए लोगों में पहले पॉजिटिव फिर नेगेटिव का मैसेज आने के बाद कोरोना जांच पर सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीण अनीस कुमार, अशोक कुमार पंडित, विनय कुमार आदि का कहना है कि कोरोना जांच के नाम पर सब कुछ अव्यवस्थित तरीके से हो रहा है। हम लोग अब काफी सशंकित हो गए हैं।

 

गांव में 15 से ज्यादा पॉजिटिव पेशेंट है एक की मौत हो चुकी है। लेकिन अभी तक कहीं भी घेराबंदी नहीं किया गया है। बताया कि पीएचसी छौड़ाही के प्रभारी डॉक्टर कमलेश कुमार एवं स्वास्थ्य प्रबंधक भवेश कुमार वर्मा से इस संबंध में हम ग्रामीण जब बात करने का प्रयास करते हैं तो वह हम लोगों से बात तक नहीं करते हैं कहते हैं।
अधिकारी कहते हैं जहां जाना है जाओ।  ग्रामीणों का स्पष्ट कहना था कि पीएचसी प्रभारी का 5 किलोमीटर दूर रोसड़ा में रहते हैं। वहां उनका निजी क्लीनिक भी है । उनके दलाल लोगों को दिग्भ्रमित कर उनके निजी क्लीनिक ले जाते हैं । वहां मोटी रकम लेकर कोरोना जांच और इलाज करते हैं।
 सब मिलकर हम ग्रामीणों को ही मारने पर लगे हुए हैं।  तमाम ग्रामीणों दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने एवं जांच रिपोर्ट के संबंध में ग्रामीणों के समक्ष वस्तुस्थिति स्पष्ट करने की अपील जिलाधिकारी से की है।
इस संदर्भ में पीएचसी छौड़ाही के प्रभारी डॉ कमलेश कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने कुछ भी जवाब देने से साफ इनकार कर दिया। कहा कोरोना संबंधित कोई भी जानकारी हम नहीं दे सकते हैं। ऊपर से आदेश है।

 

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