नदियों के पानी खतरे के निशान से उपर होने पर एवं बांध में दरार आने पर हाई अलर्ट ।

ब्यूरो रिपोर्ट / समस्तीपुर।
समस्तीपुर:जिले में बूढ़ी गंडक, बागमती और करेह नदियों के पानी खतड़े के निशान से उपर लगातार रहने एवं बांध की नाजुक स्थिति को देखते हुए डीएम शशांक शुभंकर ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। डीएम ने बताया कि रोसड़ा बुढ़ी गंडक के जलस्तर में अचानक  22 से०मी० समस्तीपुर बुढ़ी गंडक के जलस्तर में 15 से०मी० और बागमती नदी में दो से०मी० पानी की वृद्वि से बांध पर खतरा बढ़ गया है,इसलिए कल्याणपुर, विथान और सिंघिया के क्षेत्र के लोगों को उस जगह से खाली कर के हट जाय,नही तो कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है,उन्होने बताया कि बांध पर जिस-जिस जगहों पर खतरा मंडरा रहा है उस जगहों पर मरमती का काम तेजी से प्रशासन करवा रही है।

डीएम शशांक शुभंकर फोटो।

डीएम ने बताया की नदियों में सबसे जायदा खतरा समस्तीपुर बुढ़ी गंडक, कल्याणपुर में बागमती, विथान और सिंघिया प्रखंड में करेह नदियों के पानी में अधिक हलचल देखा गया है। उन्होने बताया कि गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर उसे मेडिकल सुविधा देने की व्यवस्था कराया जा रहा है। डीएम ने बताया कि सिंघिया में 19, कल्याणपुर में 79, हसनपुर में 08 और बिथान में 18, खानपुर में 04 नावों का परिचालन प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। कल्याणपुर में 4730, हसनपुर में 370, बिथान में 1000, सिंघिया में 2040 और खानपुर में 1360 पॉलीथीन शीट का वितरण बांध पर शरण लिए लोगों में किया गया है। सिंघिया में 06, हसनपुर में 02, बिथान में 04, कल्याणपुर में 08 और खानपुर में 01 मेडिकल टीम के साथ बाढ़ राहत स्वास्थ्य शिविर कार्यरत हैं। कल्याणपुर में 08 और सिंघिया में 20 पशु राहत कैंप चालू है।

कल्याणपुर में 10 राहत केंद्र और 05 सामुदायिक रसोई, सिंघिया में 05 सामुदायिक रसोई और खानपुर में 02 सामुदायिक रसोई चालू हैं जहां लोगों को भोजन कराया जा रहा है। जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से सावधान, सतर्क और सुरक्षित स्थान पर रहने का अपील करती है।

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