उन्होंने भी कहा दाखिल खारिज के लिये 20 हजार रुपये घूस लगेगा। नहीं देने पर दाखिल खारिज नहीं होगा। जहां जाना है जाओ सब जगह चढ़ावा देना पड़ता है। हमारा कुछ नहीं बिगड़ने वाला है। आवेदक ने जब घूस की रकम देने से साफ इंकार करते हुए वाजिब कार्य करने की बात कही गई तो आपे से बाहर अंचल अधिकारी व राजस्व कर्मचारी गाली गलौज करने लगे। वहीं घटना की सूचना पर वहां पहुंची छौड़ाही पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अपने घर भेजा। कुछ देर बाद छौड़ाही पुलिस सीओ के साथ आवेदक के घर अमारी भी पहुंच गई। जहां महिलाओं ने घर आने का कारण एवं सीओ व राजस्व कर्मचारी द्वारा दिए गए आवेदन देखने की मांग की तो छौड़ाही पुलिस आवेदन नहीं मिलने की बात बताया गया। जिस बात पर महिलाओं ने पुलिस का जमकर प्रतिवाद किया तो अंचलाधिकारी वहां से बैरंग भाग खड़े हुई। घटना से आहत आवेदक नैय्यर आजम ने मुख्यमंत्री भूमि सुधार विभाग निगरानी विभाग आदि के यहां शिकायत शिकायत दर्ज कराया था
घूस मांगने की जांच प्रारंभ : बिहार सरकार के भूमि सुधार विभाग के संयुक्त सचिव द्वारा जिला अधिकारी बेगूसराय को पत्रांक 518 द्वारा प्रेषित पत्र में द्वारा कहा गया है कि छौड़ाही प्रखंड के अमारी निवासी नैयर आजम द्वारा अंचलाधिकारी द्वारा घूस मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई गई है। वरीय पदाधिकारी से जांच करा कारवाई रिपोर्ट समर्पित करें। वहीं जिलाधिकारी के आदेश पर अपर समाहर्ता बेगूसराय ने ज्ञापांक 582 द्वारा अंचलाधिकारी छौड़ाही से स्पस्टीकरण की मांग कर दो सप्ताह के अंदर जबाव देने का निर्देश दिया गया है।
निगरानी विभाग भी एक्शन में : दूसरी तरफ से निगरानी अन्वेषण ब्यूरो बिहार पटना के अपर पुलिस अधीक्षक ने शिकायतकर्ता मोहम्मद नैयर आजम को पत्र भेज कहा है कि आपका परिवाद पत्र ब्यूरो को प्राप्त हुआ है। परिवार परिवाद पत्र में अंचलाधिकारी छौड़ाही के विरुद्ध लगाए गए आरोपों की जांच हेतु ब्यूरो कार्यालय आना आवश्यक है। दो सप्ताह के भीतर किसी भी कार्य दिवस में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना कार्यालय में अपना बयान दर्ज कराने की कृपा करें।