जिससे लोगों के रोजगार पर ग्रहण लग गया और दोनों गांव के लोगों के बीच तनाव व्याप्त हो गया है। जबकि पैमाइश के बाद एनओसी अंचल कार्यालय द्वारा पंचायत सरकार भवन के निर्माण हेतु जारी की गई है। प्रशासन मामले पर कड़ी नजर रख रही है।
क्या है मामला : परोड़ा पंचायत के मुखिया बेगम संजीदा खातून, पुर्व मुखिया सुबोध साह अबोध, शेख फूलहसन कागजात दिखाते हुए बताते हैं कि परोड़ा मौजा के थाना नंबर 119 खाता 208 खेसड़ा 1078 की 18 कट्ठा जमीन में पंचायत द्वारा मिट्टी भराई की गई। वर्ष 2017 में पंचायत समिति छौड़ाही द्वारा पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव पास किया गया। फिर अंचल कार्यालय ने स्थल जांच व पैमाइश करा एनओसी भी दे दिया। जमीन खाली रहने के कारण दोनों पंचायत के युवा यहां दौड़ धूप करते थे। बगल के एकंबा मौजे की जमीन है जिसके आड़ में कुछ लोग राजनीति कर ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां स्टेडियम कभी नहीं था, यह अफवाह की बातें हैं।
कहते हैं अंचलाधिकारी छौड़ाही : अंचल अमीन द्वारा उक्त जमीन की पैमाइश कर प्रतिवेदन दिया गया। फिर राजस्व कर्मचारी और अंचल निरिक्षक ने जांच कर रिपोर्ट दी। 22-12-2017 को राजस्व कर्मचारी और सीआई के साथ अंचलाधिकारी ने स्थल निरिक्षण किया गया। प्रतिवेदन मे वर्णित परोड़ा मौजे के खाता 208 खेसड़ा 1078 की 50 डिसमिस जमीन पंचायत सरकार भवन परोड़ा के भवन निर्माण हेतु उपयुक्त पाते हुए अंचल कार्यालय द्वारा एनओसी जारी की गई है।
निर्माण कार्य परोड़ा की जमीन में हो रहा है। बगल में एकंबा पंचायत की खाली जमीन में युवक खेलकूद करते हैं वहां की जमीन मुक्त है।
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