बीते शनिवार को देर रात्रि हुई मूसलाधार बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। प्रखंड मुख्यालय में सुबह से बारिश होती रही, बारिश के बाद सड़कों गलियों में पानी भर गया। इससे लोगों को आवागमन मैं दिक्कत हुई। मालूम हो कि बीते शनिवार के करीब 3 बजे सुबह से बारिश शुरू हो गई, और देखते देखते हैं मूसलाधार बारिश प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में मैं भी होने लगी। बारिश के कारण पानी निकासी ना होने से सड़कों में पानी भर गया। मालूम हो कि बेलदौर पंचायत के वार्ड नंबर 12,18, 19, 17 ,15 16, एवं 23 में मूसलाधार बारिश होने से दर्जनों ग्रामीणों के घर में बारिश का पानी प्रवेश कर चुका है। ग्रामीणों का डर यह सता रहा है कि जंगली जीव बिच्छू सांप आदि घर में कहीं परवेज ना कर जाए। उक्त ग्रामीणों के घर में चूल्हा चौकी बंद हो चुकी। बताते चलें कि बाढ़ अपना विकराल रूप ले चुका है। यदि इस तरह से मूसलाधार बारिश होगी तो जल्द से जल्द बेलदौर प्रखंड क्षेत्र को बाढ़ अपने चपेट में ले लिया। जिससे सैकड़ों किसानों का धान डूब चुका है। इस संबंध में किसान जगदेव मिस्त्री, सकलदेव मिस्त्री, सरवन मिस्त्री, अशोक तांती, नंदलाल शर्मा, जवाहर शर्मा, पवन साह, मुनीलाल साह समेत क्षेत्रो में दर्जनों किसान ने बताया कि करीब 1 सप्ताह पूर्व अपने खेत में धान लगाए थे। बारिश एवं बाढ़ के पानी से मेरा धान डूब चुका, लग रहा है कि जिस तरह मकई के समय में आंधी तूफान आया था।
जिसमें सैकड़ों एकड़ मकई को बर्बाद कर दिया था, एक तरफ हम लोग वैश्विक कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। आगे क्या होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। वही लोजपा नेता मिथिलेश कुमार निषाद ने बताया कि हम अपने से प्रखंड क्षेत्र का दौरा किए, दौड़ा के दौरान देखा गया कि प्रखंड क्षेत्र के निचले भाग में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। जहां तक की किसान का धान बर्बाद हो चुका। अब स्थानीय प्रशासन को यह करना चाहिए कि उन लोगों को नाव की सुविधा दी जाए जो ग्रामीण यत्र तत्र आवाजाही कर सकते हैं।
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