बलबंत चौधरी
(सबकी खबर आठो पहर न्यूज रूम)
(बेगूसराय) : छौड़ाही ओपी क्षेत्र के परोड़ा पंचायत के डुमरी गांव से सिमराहा कावर बहियार जाने वाली सड़क किनारे हत्या कर एक नींबू के पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका दिए गए 12 वर्षीय महादलित बालक के शव को देख इलाके में दहशत फैल गई। मृतक बालक की पहचान छौड़ाही ओपी क्षेत्र के डुमरी निवासी कैलाश राम के 12 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार के रूप में हुई है।
महादलित बालक के हत्या के बाद से इलाके में आक्रोश फैल गया है।
घटना के संबंध में मृतक बालक के स्वजनों ने बताया कि बालक दिलखुश डुमरी निवासी दूध सेंटर संचालक उमेश यादव के यहां 1000 रूपये महीना पर घास काटने एवं मवेशी के देखभाल की नौकरी करता था। प्रतिदिन की भांति शनिवार को दिलखुश सिमराहा बहियार स्थित उमेश यादव के खेत से एक बार दो बोझा घास पहुंचा फिर बचे घास लाने के लिए 11:00 बजे दिन में पुनः खेत गया लेकिन लौटकर वापस नहीं आया। दिन के 1:00 बजे के लगभग रास्ते से गुजर रहे लोगों ने सड़क किनारे एक नींबू के पेड़ से दिलखुश का शव लटका देख शोर मचाया तो ग्रामीण वहां जुट गए । लोगों ने देखा कि दिलखुश कुमार के गर्दन में नारियल के रस्सी का फांसी का फंदा डाला था एवं दूसरा छोर नींबू के एक कमजोर डाल पर बंधा हुआ था। बालक का पैर जमीन पर सटा हुआ था। फंदे के निशान के अलावे गर्दन पर मरोड़ ने का निशान भी स्पष्ट दिख रहा था। स्वजन बालक की अन्यत्र हत्या कर शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए यहां फंदे पर लटका दिया है। नींबू का पेड़ बालक का वजन नहीं थाम सकता है।
घटनास्थल के आसपास भी पांच छह घर बने हैं जो पुलिस दविश के बाद हत्याकांड का खुलासा कर सकते हैं। स्वजनो का कहना है कि 12 वर्षीय दिलखुश और परिवार का किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं है। दिलखुश अपने मालिक उमेश यादव के यहां दो वर्ष से काम कर रहा था। दूसरी तरफ बालक का शव पेड़ से लटके मिलने के बाद पिता कैलाश राम एवं स्वजन का हाल बेहाल है। सभी रो रो कर बेहोश हो जा रहे हैं। मृतक दिलखुश डुमरी मध्य विद्यालय का छात्र था। वह अपने तीन भाई में सबसे छोटा था। पूरे गांव में उसकी खुशमिजाजी की चर्चा चल रही थी। सभी ग्रामीण भी खुशमिजाज बालक की निर्मम हत्या से डरे सहमे से हैं।
पंचायत के मुखिया संजीदा खातून युवा राजद के प्रदेश महासचिव शेख फूलहसन, प्रखंड राजद अध्यक्ष उमेश यादव, दानिश आलम ने घटनास्थल पर पहुंच महादलित बालक के हत्याकांड का जल्द से जल्द पता लगा हत्यारे को गिरफ्तार करने अन्यथा जोरदार आंदोलन छेड़ने का अल्टीमेटम छौड़ाही अध्यक्ष को दिया। इन लोगों ने महादलित मृतक बालक के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की है। छौड़ाही पुलिस घटना स्थल पर पहुंच शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया है।
छौड़ाही ओपी अध्यक्ष का कहना है कि मृतक के स्वजनों के आवेदन का इंतजार किया जा रहा है। आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर ली जाएगी। कहा कि मामले की छानबीन प्रारंभ कर दी गई है जल्द ही मामले का उद्भेदन कर दिया जाएगा।
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