वही जेई के द्वारा बताया गया कि नदी साइड का स्लुइस गेट अच्छी कंडीशन में था जो मरम्मत कार्य पूरा कर लिया गया। वहीं नदी किनारे गेट को सर्विस गेट कहते हैं। वहीं दूसरी ओर गांव की ओर जाने वाले गेट को इमरजेंसी गेट कहते हैं, जो बाढ़ के समय में इमरजेंसी गेट को उठाकर सर्विस गेट से पानी ही बाहर किया जाता है, जो रिवर साइड का नया स्लुइस गेटका निर्माण पूरा कर लिया गया। वहीं कचहरी मिश्रा बासा के नजदीक स्लुइस गेट का काम पूर्ण हो गया। जिसको लेकर पदाधिकारी बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए हजारों बोरी में मिट्टी भड़कर संभावित कटाव स्थल के लिए तैयार है। वही जेई प्रणव कुमार ने बताया कि यदि आप लोगों को जानकारी लेना है तो मेरे वरिय पदाधिकारी से जानकारी लिया जाए। वही सिंचाई आंतरिक प्रमंडल समस्तीपुर के वरीय पदाधिकारी मुक्तेश्वर पांडे पत्रकार से बातचीत किए तो उन्होंने रिपेयरिंग हो रहे प्रकालित राशि नहीं बताएं, उन्होंने कहा कि मेरे कार्य क्षेत्र से यह बाहर है।
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