विपक्ष की तरफ से जब इस घटना को लेकर संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज करवाने गए तो उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई, बल्कि आईओ के द्वारा कथित तौर पर मुंह बंद रखने को लेकर गालियां दी गई। इस बाबत मोतीपुर वार्ड नंबर 5 निवासी रामचन्द्र यादव ने बताया कि उनकी बहू खुशबू कुमारी अपने खेत में धान रोप कर घर आ रही थी कि उसी दौरान गांव के ही अशर्फी यादव, रामानन्द यादव, प्रगाश यादव, फुल देव यादव, जगदीश यादव, सभी उनके बहू खुशबू कुमारी के साथ छेड़खानी करने लगे। यह देख रामचंद्र यादव वहां पहुंचे और बहू को बचाने का प्रयास करने लगे। इसी बात को लेकर उन लोगों ने रामचंद्र यादव की जमकर पिटाई कर दी।
यह देख बहू एवं रामचंद्र यादव के पुत्र उन्हें बचाने पहुंचे तो उन लोगों ने उन्हें भी पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। जिसमें रामचंद्र यादव और उनके बेटे राजा राम यादव तथा बहू खुशबू कुमारी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन सभी का इलाज समस्तीपुर सदर अस्पताल में चल रहा है।