राजकुमार कुमार / बेलदौर / रिपोर्टर।
खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास सहायकों के द्वारा लाभुकों से लूट खसोट की जा रही हैं।
मालूम हो कि वार्ड नंबर 19 के छट्ठू शर्मा आवास योजना के तहत लाभ मिला हुआ है। वह आवास सहायक के द्वारा पहली किस्त में रीश्वत नही दिए
वह दूसरी किस्त में भी तीसरी किस्त में नहीं देने से लाभार्थियों के खाते में पैसा नहीं भेजा जा रहा हैं।
बेलदौर प्रखंड प्रमुख विकास कुमार ने कहा कि बेलदौर प्रखंड क्षेत्रों में आवास सहायकों के द्वारा लाभार्थी को परेशान किया जा रहा है। वही उनको ससमय लाभ नहीं मिल पा रहा है। बेलदौर प्रखंड में आवास सहायकों से लाभार्थी परेशान है। जबकि सरकार का स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि सही समय पर लाभुकों के खाते में पैसा दिया जाना है, फिर भी आवास सहायकों के द्वारा नियम को ताक पर रखते हुए लाभुकों को चूना लगाया जा रहा है। नजराना नहीं देने पर आवास सहायक के द्वारा लाभार्थियों को बहुत परेशान किया जाता है। इस विषय पर बेलदौर प्रखंड प्रमुख विकास कुमार ने कई बार बरीय पदाधिकारी को मौखिक एवं लिखित शिकायत भी दी गई, फिर भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई, ना ही आवास सहायकों के कार्य करने के तरीकों में सुधार हुआ। जब केंद्र सरकार के अनुसार इन आवास सहायकों को आवंटन मिलता है तो इन लोगों के द्वारा मोटी – मोटी रकम लेकर लाभार्थियों को लाभ दिया जाता है। यहां तक कि जिसका नाम अगले वर्ष आने वाली है उसके घरों पर किसी दिन जाकर कहा जाता है कि आपको प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिलेगा, लोग इंतजार करते हैं। जब कुछ समय बीत जाता है तो लोग परेशान हो जाता है, तब उसके परेशानी का फायदा उठाकर राशि की वसूली की जाती है। यहां तक कि लेट होने का कारण लोगों को लगता है घुस के कारण ही लाभुकों के खाते में राशि नहीं मिल पा रही है। दूसरी ओर योग्य लाभार्थियों से मनमाना राशि लेकर लाभ दिया जाता है। यहां तक कि द्वितीय किस्त, तृतीय किस्त, में भी राशि की वसूली की जाती है। वहीं लाभुकों को परेशान किया जाता है।मालूम हो कि प्रखंड प्रमुख विकास कुमार पासवान खुद एक मामले को लेकर परेशान हैं।
वही सभी बड़े पदाधिकारियों को इस मामले को लेकर अवगत कराया है ,कि बेलदौर पंचायत निवासी छठू शर्मा पिता – विष्णुदयाल शर्मा वार्ड नंबर -19 के लाभार्थी हैं। इनके पत्नी मंजुला देवी को प्रधानमंत्री आवास मिला, इनका घर लगभग एक वर्ष पूर्व ही बनकर तैयार हो गया है। इन्होंने प्रथम किस्त में भी नजराना दिया , द्वितीय किस्त में भी नजराना दिया, लेकिन तृतीय किस्त में नजराना नहीं देने के कारण अभी तक लाभार्थी ऑफिस का चक्कर लगा रहा है।वही लाभार्थी के द्वारा छह माह तक प्रखंड कार्यालय से लेकर, आवास सहायक कार्यालय का चक्कर लगाया गया। परंतु इनको तृतीय किस्त का भुगतान नहीं हो सका। इसकी जानकारी जब प्रखंड प्रमुख को मिली तो उन्होंने अपने स्तर से सहायक कर्मियों को बताया कि इनका काम कर दीजिए।
उनको भी टालमटोल किया गया । तब जाकर यह मामला लोक शिकायत में गया, जहां से दिनांक 6 नवंबर 2019 को आदेश प्राप्त हुआ कि इनको भुगतान किया जाए। जिसमें कर्मियों के द्वारा इनको पूर्ण विश्वास दिलाकर वादा की।