जिससे लगभग 4 घंटे तक लोगों को जाम से जूझना पड़ा, हालात यह है कि एनएच 107 पर उक्त स्थल पर वाहन पार करना चालक की सूझबूझ पर निर्भर करता है। मालूम हो कि एनएच विभाग अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है। जबकि समस्या के निदान की ओर कोई भी वरीय पदाधिकारी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। प्रत्येक दिन एनएच 107 की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है, कि यहां रोज किसी ना किसी वाहन को दुर्घटना का शिकार होना पड़ा। सड़क पर बने गड्ढों के कारण बारिश के मौसम में पूरी सड़क तालाब का रूप ले लेती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या जिला प्रशासन या संबंधित विभाग किसी भी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है कि। मालूम हो कि उक्त सड़क का स्थिति करीब 6 माह से नहीं सुधर पाई है। उक्त सड़क पर कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी है। इसके बावजूद ही स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्य नहीं कराया गया है। इसलिए उक्त स्थल पर स्थिति सड़क का बद से बदतर हो चुका। मालूम हो कि बेला नोबाद से लेकर पीरनगरा गांव तक सड़क जर्जर के स्थिति हो चुका है। आए दिन कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। सड़क जर्जर होने के कारण माली चौक से ही बड़ी वाहन कुंभ रैली को होकर आवाजाही कर रहे।
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