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किसानों ने किया आमरण अनशन का ऐलान। हसनपुर चीनी मिल के अधिकारियों के मनमानी पर फूंका आंदोलन का विगुल।

बलबंत चौधरी
( सबकी खबर आठो पहर न्यूज )
(बेगूसराय) :  हसनपुर चीनी मिल एरिया के किसानों की एक  आपातकालीन  बैठक रजनीश कुमार पैक्स अध्यक्ष मालीपुर के दरवाजे पर आयोजित की गई। बैठक में किसानों ने सर्वसम्मति से  हसनपुर चीनी मिल के किसान विरोधी रवैया अपनाए जाने के खिलाफ आमरण अनशन का ऐलान कर दिया। किसान संगठन से जुड़े भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री  धर्मेंद्र प्रसाद, विद्यानंद राय, राम किशोर राय, बिंदेश्वरी महतो, रामबदन पासवान, रामसखा राय आदि किसान आमरण अनशन में शामिल होंगे।

किसानो ने बताया हम लोगों ने सरकारी आदेश को पालन कराने के लिए कई बार धरना प्रदर्शन पत्राचार आदि किया और हमेशा आश्वासन मिला कि आपकी मांग जायज है। आपकी मांग मानी जाएगी किंतु, धरातल पर अभी तक किसानों की एक भी जायज मांग नहीं मानी गई है। किसानों ने बताया महंगाई आसमान छू रही है खाद बीज महंगे होते जा रहे हैं, लेकिन हमारे गन्ना का मूल्य पिछले 4 वर्षों से स्थिर है। किसान खून  पसीना लगाकर गन्ना हसनपुर चीनी मिल को दे रहे हैं जिसका भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। हसनपुर चीनी मिल किसानों को गन्ना का बीज खुद उपलब्ध कराती है, किसानों के खेत को प्रयोगशाला बना कर, और दो चार वर्षो में सरकारी अनुदान लेकर उस गन्ने के फसल को किसानों से लेने से मना कर देती है।
अनीस कुमार ने बताया कि बिहार सरकार गन्ना उद्योग विभाग के आदेश ज्ञापांक 1594 दिनांक 23 अक्टूबर 19 में आदेश दिया कि पेराई सत्र 2019-20 में गन्ना प्रफेद सीओपी 2061 की खरीद सामान्य श्रेणी में किया जाएगा। किंतु सरकार के आदेश को भी मिल प्रबंधक ने मानने से मना कर दिया और वर्तमान समय में अपने सारे जमादारों को  मौखिक आदेश देकर 2061 गन्ना की नापी नहीं करने को कहा है। इस संबंध में हसनपुर चीनी मिल एरिया के कई महत्वपूर्ण किसानों ने सरकार से पत्राचार भी किया और उन्हें मौखिक आश्वासन मिलता गया कि आपके मांगों को माना जाएगा। किंतु मिल प्रशासन पर अभी तक इसका असर नहीं दिखाई दे रहा है । बाध्य होकर आमरण अनशन का निर्णय लेना पड़ा है।

 

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