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लॉकडाउन में सहुरी पंचायत में आमसभा का आयोजन। जुटी ग्रामीण की भीड़, शारिरीक दूरी का नहीं किया गया पालन।

बलवंत चौधरी ( सबकी खबर  न्यूज रूम)
(बेगूसराय) : सर्वविदित है कि कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्ति व वस्तुओं के छूने एवं अगल-बगल चिपक कर कर बैठने से फैलती है। इसके पालन करने के लिए तमाम तरह के उपाय सरकार ने किए हैं। लेकिन, जब जनप्रतिनिधि हीं लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा भारी भीड़ जुटा लें तो आम लोग क्या कर सकते हैं। मामला छौड़ाही प्रखंड के सहुरी पंचायत का है।

यहां प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य लाभ दिलाने के नाम पर आम सभा में ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटा ली गई। जिसमें शारीरिक दूरी समेत तमाम तरह के आदेश की जमकर धज्जियां उड़ाई गई ।दरअसल सहुरी पंचायत के वार्ड नंबर एक बाजितपुर बटराहा गांव में शनिवार को पंचायत मुखिया रामसेवक पासवान के द्वारा एक आम सभा बुलाई गई। ग्रामीणों को सूचना दिया गया कि इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना, राशनकार्ड बनाने एवं अन्य योजनाओं के संबंध में प्रस्ताव पास किए जाएंगे । सूचना मिलने पर गांव के तमाम लोग सड़क किनारे एक बांसवाड़ी में आयोजित ग्राम सभा में पहुंचे। यहां कोरोनावायरस से संबंधित तमाम दिशा-निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। उपस्थित तमाम लोग महिलाएं बच्चे बुजुर्ग सभी एक दूसरे से चिपक कर बैठे हुए थे। कुछ ग्रामीण शारीरिक दूरी का पालन करने एवं सभा में साबुन सेनेटाइजर नहीं रहने की बात बोले तो उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने उन्हें चले जाने को कहा। आमसभा मे उपस्थित मुन्ना ठाकुर, जयराम दास आदि लोगों का कहना था कि गांव में राशन वितरण में गड़बड़ी, साबुत मास्क वितरण नहीं होने एवं पंचायत सचिव के नहीं रहने का मामला उठाया गया। लोगों का कहना था कि, आवास सहायक, पंचायत सचिव आदि सरकारी कर्मचारियों के नहीं रहने से आम सभा कैसे हो सकती है। यह पंचायत के फंड के लूट का एक प्रपंच है। ग्रामीणों ने इस संदर्भ में अधिकारियों को भी व्हाट्सएप से तस्वीर भेज आगाह किया। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह जब पंचायत प्रतिनिधि लॉकडाउन का  उल्लंघन करवाएंगे तो आम नागरिक कैसे कानून का पालन करेंगे।

इस संबंध में बात करने पर सहुरी पंचायत के पंचायत सचिव वीरेंद्र राय ने बताया कि आमसभा की सूचना उन्हें नहीं दी गई है। भीड़ जुटाने के संबंध में वहां उपस्थित लोग हीं जबाब देगें।

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