ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट।
कोरोना महामारी से योद्धा की तरह लड़ रहे डॉक्टरों की सुरक्षा के लिये यूथ फ़ॉर फारबिसगंज ने एसीएमओ और डीपीओ को प्रदान किया कोविड योस्क. संस्था के अध्यक्ष विशाल गोलछा ने बताया कि जिस तरह कोरोना वायरस मरीजों की तादाद दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है और इस महामारी के जांच में लगे डॉक्टर भी इससे संक्रमित होते जा रहे हैं. डॉक्टरों को सुरक्षित रखने के लिए हमारी संस्था यूथ फ़ॉर फारबिसगंज ने कोविड योस्क डॉ० सी.पी मंडल(एसीएमओ) और रहमान अशरफ(डीपीओ) को प्रदान किया।संस्था के सचिव निशांत गोयल ने बताया की तमिलनाडु सरकार ने भारत में सबसे पहले कोविड योस्क को प्रयोग में लाया था। जहां तक हमें जानकारी है कि बिहार में यह पहला कोविड योस्क है जो कि अररिया जिला में है.डॉ सी.पी मंडल ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है की हमारी सुरक्षा के लिए यूथ फ़ॉर फारबिसगंज ने कोविड कियोस्क दिया इससे कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का जाँच करने में हमारे डॉक्टर बहुत हद तक सुरक्षित रहेंगे और इस कोरोना संक्रमण से उनका बचाव होगा. कियोस्क पूरी तरह से सील है और दस्ताने की एक जोड़ी के साथ आता है जिसे हर उपयोग के बाद साफ तथा सेनेटाइज़ किया जा सकता है डॉ मंडल ने यूथ फ़ॉर फारबिसगंज को धन्यवाद किया।
इस मौके पर संस्था के कोषाध्यक्ष कुणाल केडिया,प्रवक्ता आदर्श गोयल,मीडिया प्रभारी प्रमोद पांडिया,सौरभ अग्रवाल, प्रमोद केडिया,हर्ष बैद,ऋषभ सेठिया,यश जैन,गौरव जैन और कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।