संतोष राज
लाक डाउन से फूल की मांग को ग्रहण लग गया है जिससे फूल उत्पादक किसान मायूस है। मार्च से जुलाई के बीच का महीना शादी ,ब्याह समेत अन्य मांगलिक कार्यों का हुआ करता है।
इस महीने में शादी के अलावे मुंडन, यज्ञोपवीत, गृह प्रवेश सहित पूजा पाठ में फूलों की मांगा अधिक होने से किसानों को अच्छी मुनाफा होती थी। फूल की मांग सालों भरती है इन महीनों में मांग सर्वाधिक रहने के कारण पहले से ही किसान फूल की खेती की तैयारी किए थे।
समस्तीपुर जिला के आसपास के कई गांवों में फूल की खेती से जुड़े दर्जनों किसान मायूस।लाॅक डाउन के कारण मंदिरों में ताला लटका फूलों की मांग नहीं होने से किसानों के सामने रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई। किसानों की माने तो फूल की खेती से एक कट्टे में 60 से ₹70000 की कमाई होती थी। खेतों में फूल मुरझाने से अब किसान दूसरी फसल लगाने की तैयारी में हैं।