ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट।
अररिया/फारबिसगंज-
कहा जाता है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है। जब देश कोरोना जैसी महामारी से गुज़र रहा है तो फिर अपने अपने तरीक़े से हर इंसान समाज के साथ मिलकर इस महामारी में हमारे लिए फ़रिश्ते बनकर उभरने वाले पुलिसकर्मी, डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सफ़ाईकर्मी, पत्रकारगण की जीवन सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं।
एक पहल टीम की अन्य इकाई के अलावे बिहार के अररिया ज़िला के प्रशासन के साथ एक पहल अररिया ज़िला टीम कंधे से कंधे मिलाकर कार्य कर रही है। बात सोशल डिस्टन्सिंग के लिए मार्किंग का काम हो या फिर सब्ज़ी मंडी को स्थानांतरित करने का। बात सोशल मीडिया के ज़रिए जागरुक करने का हो या फिर राहत सामग्री पहुँचाने का।
इस क्रम में एक पहल टीम ने कोरोना वारियर्स के लिए एक सैनिटायज़िंग टनल का निर्माण किया है जिसमें एक बार पास होने मात्र से इंसान का पूरा शरीर सैनिटायज़ होकर बाहर आएगा। महानगरों के तर्ज़ पर इसे समझते हुए एक पहल टीम के द्वारा महज़ ५० घंटे के अंदर इसे तैयार किया गया है। निर्माण कार्य के पूर्व अलग अलग प्रशासन के द्वारा इसकी अनुमति प्रदान की गई थी जिसमें केमिकल के रूप में sodium hypochloride इस्तेमाल करने की बात कही जा रही थी परंतु कुछ कारणवश इस केमिकल को अभी इस्तेमाल करने से रोक लगा दी है। कहा जा रहा है कि इस केमिकल से लोगों को हानि पहुँच सकती है। क्यूँकि एक पहल सरकार व प्रशासन के साथ मिलकर कार्य कर रही है और उनकी सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है, इसी को ध्यान में रखते हुए टीम ने अभी इंस्टॉल करने की प्रक्रिया को रोक दिया है।
महत्वपूर्ण यह है कि इसमें लोगों के द्वारा जो सहयोग मिला वो अकल्पनीय रहा। समाज के अलावे आयुष अग्रवाल, रित्तविज भास्कर, मयंक सोनावत, अभिषेक अग्रवाल, रोहित अग्रवाल, मुकुल आनंद, फ़ैज़ खान, अमित गोयल एवं अन्य का अहम योगदान रहा।