बीच सड़क पर चौकिदार से उठक बैठक कराने वाले जिला कृषि पदाधिकारी से मांगा गया स्पष्टीकरण। दिया गया विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश। डीजीपी ने एसपी से 24 घंटे में मांगे जांच रिपोर्ट।
* चौकीदार को सड़क पर उठक बैठक कराने वाले अफसर पर सख्त हुई सरकार।
* डीजीपी एवं कृषि मंत्री ने तलब की रिपोर्ट, होगी कारवाई।
अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बिहार पुलिस के एक सिपाही को सड़क पर बेइज्जत किए जाने के मामले में राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है कृषि मंत्री प्रेम कुमार एवं डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने जल्द एक्शन लेने की निर्देश दिया है।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा है कि सड़क पर वर्दीधारी चौकीदार को बेइज्जत किया गया उसका हक किसी को भी नहीं है। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा है कि अगर हमारे महकमे में कोई सिपाही और अधिकारी गलती करता है तो उसकी सजा तय करने का हक केवल मुख्यालय को है। लेकिन, जिस तरह चौकीदार को कान पकड़कर उठक बैठक कराया गया वह बर्दाश्त काबिल नहीं है।
डीजीपी का कहना था कि उन्होंने अररिया एसपी से बात की है। सूचना राज्य सरकार को भी दे दी गई है। सरकार इस पर संज्ञान ले रही है। आज जांच रिपोर्ट आ जाएगी उसका मैं वह भी इंतजार कर रहे हैं।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का कहना था कि उठक बैठक करने वाले सिपाही नहीं चौकीदार हैं। लेकिन, वह हमारा अंग हैं। उसके इज्जत को खराब कर जो भी अधिकारी अपनी इज्जत बनाना चाहते हैं यह बहुत ही शर्म की बात है।
दूसरी तरफ बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी खबर का संज्ञान लेकर जिला कृषि पदाधिकारी को शो कॉज नोटिस जारी कर विभागीय जांच का भी आदेश दिया है। मामला अररिया जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार से जुड़ा हुआ है। अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने अपने पद का धौंस दिखाते हुए ड्यूटी पर तैनात एक चौकीदार को सड़क पर उठक बैठक करा बेइज्जत कर दिया था।
चौकीदार का कसूर केवल इतना था कि उसने लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए जिला कृषि पदाधिकारी की गाड़ी रोक डाली। ड्यूटी पर मुस्तैद चौकीदार यह जानकारी लेना चाह रहा था कि गाड़ी किसकी है। लेकिन इतनी सी बात पर जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार भड़क गए उन्होंने चौकीदार की ऐसी की तैसी कर दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। “सबकी खबर” न्यूज पोर्टल समेत विभिन्न न्यूज़ पोर्टल पर भी प्रमुखता से रिपोर्ट प्रकाशित की गई। जिसके बाद डीजीपी ने जहां एसपी से जांच रिपोर्ट 24 घंटे में तलब की तो कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी अररिया से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए उन पर विभागीय कार्रवाई चलाने का भी आदेश संबंधित अधिकारी को दिया है।
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