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राशन कार्ड धारियों को नहीं मिल रहा है अनाज। डीलर ने भगाया, कई दिन से भूखे हैं दर्जनों परिवार।

बलवंत चौधरी (बेगूसराय)

( बेगूसराय ) : कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। विगत 21 दिनों से जारी लॉकडाउन के बाद अब लोगों को तरह-तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। सभी समस्याएं तो बर्दाश्त करने योग्य हैं लेकिन भूख बरदाश्त होने के काबिल नहीं है।

छौड़ाही प्रखंड के डीलरों द्वारा की जा रही मनमानी एवं कालाबाजारी के कारण प्रखंड के दर्जनों गरीब मजदूर परिवार भूखे पेट सोने को विवश हैं।
 अमारी निवासी उपेंद्र प्रसाद , सोनिया देवी, रमेश कुमार, श्रवण कुमार, नरेश कुमार, दिनेश कुमार, सुनिता देवी, कुमकुम देवी, पुनम देवी, संगम देवी, संजु देवी, राम भजन महतो आदि राशन कार्ड धारियों का कहना है कि हम लोग का राशन कार्ड बना हुआ है।

नया राशन कार्ड भी बना लेकिन कार्ड बनने के बाद भी अब तक हम लोगों को राशन नहीं दिया गया। लोगों का कहना है कि हम लोग मजदूर हैं। रोज कमा कर खाते हैं। अभी काम बंद है, चार दिन से हम लोग घर में एक दाना भी अनाज का नहीं है। रोज डीलर हरेराम महतो के यहां जाते हैं तो गाली गलौज देकर भगा दिया जाता है।

डीलर का कहना है कि राशन कार्ड तो तुम्हारा वाजिब है। लेकिन तुम लोग को राशन नहीं मिलेगा जहां जाना है जाओ । आज जब सीओ साहब से शिकायत किए तो वह भी यहां आकर हम ही लोग को हीं गाली गलौज देकर भगा दिए लेकिन अनाज नहीं दिलवाया। इन लोगों को का कहना है कि भूख बर्दाश्त नहीं हो रहा है। 24 घंटे के अंदर अगर राशन पानी की व्यवस्था नहीं होगी तो हम लोग भूख से मर जाएंगे।

इसी तरह की स्थिति एकंबा सहुरी, मालपुर, बकारी आदि गांव की है जहां राशन कार्ड के बावजूद लोगों को अनाज नहीं मिल पा रहा है।

इस संदर्भ में बात करने पर अंचलाधिकारी सुमंतनाथ ने बताया कि राशन कार्ड तो उनके पास है लेकिन लिस्ट में उन लोगों का नाम नहीं है। कोई व्यवस्था करवाते हैं।

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