बलवंत चौधरी (बेगूसराय)
बेगूसराय) : कोरोना योद्धा के रूप में इस महामारी के समय भी प्रखंड कार्यालय जाकर अपनी जान जोखिम में डाल सेवा दे रहे कार्यपालक सहायक पर पुलिस द्वारा लाठी चलाने का सिलसिला रुक नहीं रहा है। शनिवार की संध्या समस्तीपुर पुलिस द्वारा रोसड़ा के एक कार्यपालक सहायक की पिटाई के बाद सोमवार को बेगूसराय जिले के नावकोठी प्रखंड में कार्यरत एक कार्यपालक सहायक को ड्यूटी जाते वक्त मंझौल पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी।
इस संदर्भ में नावकोठी प्रखंड में कार्यालय में कार्यरत कार्यपालक सहायक उत्कर्ष कुमार ने बीडीओ नावकोठी, अनुमंडल अधिकारी बखरी एवं मंझौल, डीएसपी मंझौल, जिला अधिकारी बेगूसराय एवं कार्यपालक सहायक संघ के राज्य अध्यक्ष को दिए आवेदन में कहा है कि वह रोज की भांति अपने गले में प्रशासन द्वारा दिए गए प्राधिकार पत्र को लटकाकर बाइक से अपने घर मंझौल से नावकोठी प्रखंड कार्यालय जा रहे थे। घर से निकलते ही मंझौल सत्यारा चौक के निकट खरे पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने बिना पूछे ही लाठी से प्रहार प्रारंभ कर दिया। कार्यपालक सहायक बार-बार उन्हें अपना परिचय पत्र , पास आदि दिखाकर सरकारी सेवक होने की बात कर रहे थे। लेकिन पुलिस कुछ सुनने को तैयार नहीं थी।
आवेदन में कहा गया है कि पुलिस द्वारा पिटाई के समय भी प्रखंड कार्यालय से बार-बार फोन आ रहा था। लेकिन, पुलिस बेरहमी से पीट रही थी। कार्यपालक सहायक का कहना है कि घर के निकट निजी खुन्नस के चलते इस तरह की पिटाई कर मेरी बेज्जती की गई है । पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों पर कानूनी कार्रवाई कर मेरा इज्जत वापस लाया जाए।
दूसरी तरफ कार्यपालक सहायक पर पुलिस द्वारा लाठी डंडे से हो रहे हमले की बिहार राज्य कार्यपालक सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारियों ने निंदा की है एवं डीजीपी से समस्तीपुर और बेगूसराय के कार्यपालक सहायक पर बेवजह लाठी डंडे बरसाने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने अन्यथा आंदोलन में जाने की चेतावनी दी है।
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