ब्यूरो रिपोर्ट पटना।
- बिहार में लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
शिक्षकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल को देख कर शिक्षा विभाग के तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि नियोजित शिक्षकों को हड़ताल अवधि का वेतन नहीं दिया जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर सचिव आरके महाजन सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखकर इस संबंध में गाइडलाइन जारी करने को कहा है।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई पत्र की फोटो।
बिहार सरकार के द्वारा जारी फरमान को देख शिक्षकों में आक्रोश देखने को मिला है।
शिक्षक अशोक कुमार साहू एवं शिक्षक पंकज कुमार की फोटो।
बिहार राज शिक्षक संघर्ष समिति के अध्यक्ष मंडल सदस्य टीईटी एसटीईटी नियोजित शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष श्री अशोक कुमार साहू ने कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है । आज बिहार के अंदर कई शिक्षक इलाज नहीं करा पाने के कारण परलोक सिधार गए हैं ।शिक्षकों की मांगों को मानते हुए सरकार को हड़ताल समाप्त कराने की पहल करनी चाहिए । लेकिन सरकार
एक बार वापस आने की अपील भी नहीं कर रही। उल्टे कई तरह के पत्र निकाल कर उन्हें प्रताड़ित कर रही है । नियोजित शिक्षक भी सरकार के अंग है लेकिन हैरत है कि सरकार कोरोना जैसे महामारी में उनको अपने से अलग किए हुए है। सरकार जल्द वार्ता करहड़ताल समाप्त करा शिक्षकों को इस कोरोना जैसे महामारी से बचावे।