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प्रखंड के लगभग सभी मस्जिदों में शुक्रवार को जुमा की नमाज नही हुई, घर पर ही लोगों ने जोहर की नमाज अदा की।

आज़ाद इदरीसी /  हसनपुर की रिपोर्ट।

कोरोना वायरस के चलते पूरा देश लॉकडाउन है। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और सोशल चैन तोड़ने के लिए इस लॉकडाउन को मानना बेहद ज़रूरी है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इसी को लेकर प्रखंड के किसी भी मस्जिदों में शुक्रवार को जुमा की नमाज नही हुई। बताते चलें कि भारत समेत कई देश इस खौफनाक महामारी से जूझ रहें हैं। ऐसे में डब्लूएचओ समेत सबकी नजर भारत पर टिकी हुईं हैं कि आखिरकार इतनी अधिक जनसंख्या वाला देश कैसे इस बीमारी से को खुद को बचा पाएगा। ऐसे में सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहें हैं। जिसके तहत शुक्रवार को घर पर ही लोगों ने जोहर की नमाज अदा की। वही लोगो ने कोरोना से निजात दिलाने की दुआ मांगी।
कोरोना को लेकर पूरे देश में लाकडॉउन है। लॉकडाउन का असर लोगों के पूजा-पाठ और इबादत पर भी पड़ रहा है। लॉकडाउन में मंदिर- मस्जिद में लोगों के जाने पर पाबंदी लगायी गई है। धार्मिक स्थल बंद होने से प्रखंड में किसी भी मस्जिद में जुमे की नमाज़ नहीं हुई। लोगों ने घरों पर ही जोहर की नमाज़ अदा की। परिवार के लोगों ने दोपहर को घर पर ही सादगी के साथ नमाज़ पढ़ी और अल्लाह की बारगाह में सजदे कर लोगों को कोरोना वायरस से निजात दिलाने जाने की दुआ मांगी।

सोशल डिस्टेंसिंग का किया पालन।

घर पर नमाज़ पढ़ते वक्त भी लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी का पूरी तरह से पालन किया। लोग सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाते हुए एक दूसरे से दूरी बनाए हुए थे और डेढ़ मीटर की दूरी पर ही नमाज़ पढ़ रहे थे। लोगों का कहना था कि,वह पांच वक़्त की नमाज़ भी घरों पर ही पढ़ेंते हैं और मस्जिदों में नहीं जा रहे हैं।

बता दें कि कोरोना के चलते धर्म गुरुओं ने पहले ही अपील कर दी थी, कि जुमे की अजान मस्जिदों से की जायेगी और लोग अपने घरों में ही नमाज अदा करेंगे। प्रखंड के लोगों ने भी धार्मिक गुरुओं और सरकार की अपील पर अमल करते हुए घरों में नमाज पढ़ी और दूसरे लोगों को भी भीड़ से बचने की सलाह दी है। प्रखंड के कई इलाके में कुछ लोग मस्जिदों में नमाज के लिए निकले जरूर,लेकिन मस्जिदों से उन्हें वापस घर जाने और घर में ही नमाज अदा करने को कहा गया। पुलिस ने भी ऐसे लोगों पर नजर रखी और उन्हें वापस जाने को कहा।

नियमों का सख्ती से पालन करें लोग।

जामा मस्जिद हसनपुर बाजार के शाही इमाम मौलाना मिनतुल्लाह ने बताया कि जोहर की नमाज का शबाब भी जुमे की नमाज के बराबर मिलता है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यह वायरस एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है,ऐसे में लोग घरों में रहकर ही खुदा से पूरे विश्व में अमन व सलामती की दुआ करें। उन्होंने कहा कि खुदा सबकुछ देख रहे हैं,जिन लोगों ने घरों में नमाज पढ़ी है उन्हें भी जुमे की नमाज के जितना शबाब मिलेगा वही जामा मस्जिद हसनपुर बाजार के सदर मो.रफीक साहब ने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर जो दिशा- निर्देश दे रही है उसका लोग सख्ती से पालन करें।

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