बलवंत कुमार चौधरी(बेगूसराय)
(बेगूसराय) : कोरोना महामारी से लड़ाई हेतु किए गए 21 दिन के लॉकडाउन में अब भी दुकानदारों कालाबाजारियों द्वारा ग्राहकों से दोगुना दाम वसूली करने का सिलसिला नहीं थम रहा है। लॉकडाउन को हवा में उड़ाकर लोग बाजार जा रहे हैं। राशन दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी जा सकती है। अनाज से लेकर सब्जी मंडियों तक कालाबाजारी देखने को मिल रही है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभिन्न बाजारों, गांव के किराना दुकानों में अधिकतर सामान ऊंची कीमतों पर बेचे जा रहे हैं। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन ने अधिकारी को नियुक्त कर एक रेट चार्ट भी तय कर रखा है, लेकिन दुकानदारों पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। अधिकतर दुकान में रेट लिस्ट नहीं लगा है। 70 रुपये किलो की दाल 100 रुपये किलो में बिक रही है। दुकानदार 25 रुपये किलो बिकने वाले आटे को 60 और 40 की चीनी 55 रुपये किलो में बेच रहे हैं। तेल और साबुन जैसी चीजों के दाम भी काफी महंगे कर दिए गए हैं।
अशोक पंडित, श्रवण पासवान बताते हैं कि दुकानदार आटा, चावल, दाल और दूसरे खाने-पीने वाले सामान दोगुने दामों पर बेच रहे हैं। दवा दुकानदार तो लूट रहा है। 50 में मास्क तो, बुखार दर्द का दो रुपये वाली टेबलेट 10 रुपए में दे रहा है। कहने पर दुकानदार कहता है लेना है लो नहीं तो भागो। सबको हिस्सा देना पड़ता है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आशा देवी, सुनंदा देवी ने बताया की खाने-पीने की चीजों के दाम काफी बढ़ गए हैं। 60 रुपये की चीज 80 रुपये में बेची जा रही है। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिग का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा।
प्रशासन द्वारा तय मूल्यों का नहीं हो रहा पालन।
सामान निर्धारित मूल्य बाजार भाव
चावल 40 रुपये 65 से 70 रुपये
आटा 22 से 23 रुपये 60 से 65 रुपये
चीनी 44 रुपये 55 से 60 रुपये
सरसों तेल 112 से 115 रुपये 140 से 150 रुपये
नमक 10 से11 रुपये 15 से 18 रुपये
आलू 18 से 20 रुपये 25 से 30 रुपये
मसूर दाल 70 रुपये 100 से 110 रुपये
नोट : दाम प्रतिकिलो के हिसाब से।
कहते हैं अधिकारी।
अंचलाधिकारी सुमंतनाथ ने बताया कि कालाबाजारी को रोकने लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बार-बार एनाउंसमेंट कर कालाबाजारियों को चेतावनी दी जा रही है। किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाही होगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन द्वारा दो वाहन में लदे सब्जियों, दूध आदि प्रखंड के सभी पंचायतों में लोगों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के लिए भेजी गई है।