सतीश कुमार यादव की रिपोर्ट।
समस्तीपुर जिला के हसनपुर प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं व खाद्य सामग्रियों की कालाबाजारी इन दिनों चरम सीमा पर है।
कालाबाजारी करने वाले व्यवसायियों की मनमानी के सामने आम जनता बेबस नजर आती दिख रही है एक तरफ पूरे विश्व में आपदा से हाहाकार मची हुई है तो वहीं पर हसनपुर प्रखंड में जन वितरण प्रणाली के विक्रेता बाजार में खाद्य सामग्री विक्रेता अपनी मनमानी करने पर उतारू है।
समय रहते हुए अगर इन लोगों पर प्रशासन द्वारा अगर कार्रवाई नहीं की गई तो हो सकता है सरकार के लॉकडाउन अभियान नाजायज ढंग से लाभ लेने की मंशा अपने मन में पाले हुए हैं
अगर विभाग द्वारा इन जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं पर ध्यान देने में थोड़ा सा भी लापरवाही बरतते हैं तो इन जन वितरण प्रणालीयो के विक्रेताओं की मनसा पूरी होते देर नहीं लगेगी।
इन जन वितरण प्रणालीयो के विक्रेता के मनसा को देखकर आम जनता आक्रोशित हो सकती है।
सरकार की इस लॉक डाउन अभियान में लाभ लेने के लिए जन वितरण प्रणाली द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है सबसे बड़ी चुनौती है बिहार सरकार ने आपदा की इस घड़ी में सभी राशन कार्ड धारियों के लिए जो घोषणा की है उसका आम लोगों के बीच पूरी तरह से पारदर्शिता से वितरण करवाने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा एक विशेष रणनीति के तहत निगरानी किए जाने की आवश्यकता है।