बलवंत कुमार चौधरी
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(बेगूसराय) : कोरोना महामारी से बचाव हेतु सरकार द्वारा लॉक डाउन को पांच दिन बीत चुका है। साधन संपन्न लोग तो अपना भोजन पानी का जुगाड़ किसी प्रकार कर लिए हैं । लेकिन, अधिकांश गरीब लोग के घरों से इन पांच दिनों में राशन खत्म हो चुका है । कई परिवार तो दो दिन से भूखे हैं। कारण है कालाबाजारी में गेहूं का आटा का 50 रुपये प्रति किलो मिलना। गरीबों को हो रहे इस तकलीफ को देख प्रखंड के बकारी एवं बथौल शाहपुर, मिल्की आदि गांव के जनवितरण प्रणाली के डीलर ने अपने दुकान के दरवाजे इन भूखे लोगों के लिए खोल दी है। भीड़ ना हो इसके लिए सोशल डिस्टेंस का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
बकारी एवं बथौल गांव सुदूर इलाके में स्थित है। यहां खाद्य सामग्रियों एवं किराना दुकान नहीं है। बकारी के डीलर रामकुमार राम और मालपुर के जन वितरण प्रणाली के डीलर तेतरी देवी बताते हैं कि हमारे यहां सैकड़ों उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। इन गरीब लोगों का भोजन जन वितरण प्रणाली के अनाज से ही चलता है। वह मेरे पास फोन कर करके घर में अनाज खत्म होने एवं भूखे रहने की बात बता रहे थे। आज अधिकारियों से बात कर अपने दुकान के दरवाजे खोल दिए हैं। जो भी लाभुक अनाज लेने आते हैं उन्हें 10 फीट की दूरी पर बनाए गए गोल घेरे में खड़ा कर अपनी बारी का प्रतीक्षा करने को कहा जा रहा है। उनका नंबर आने पर राशन दिया जा रहा है। इससे लोग काफी खुश है दुआ दे रहे हैं। कह रहे हैं कि आपने भूखे मरने से बचा लिया। उपभोक्ता चिंटू कुमार सिंह उर्मिला देवी आदि का कहना है कि एक डीलर साहब है जो बेचारे हम लोग को तकलीफ देख अनाज दे रहे हैं तो दूसरी तरफ बेरहम छौड़ाही पुलिस है जो, अनाज लेने जा जा रहे थे तो डंडे से पीट दिया। इस पर प्रशासन ध्यान दें।
प्रखंड के समाजसेवी पूर्व प्रखंड प्रमुख रंजना देवी, राजनारायण चौधरी, उप प्रमुख अनुराधा देवी आदि ने प्रखंड के तमाम जन वितरण प्रणाली के दुकान को दिनभर खोल कर रखने एवं लोगों को वहां तक सुरक्षित आने देने की मांग जिलाधिकारी बेगूसराय से की है।